scriptटोंक-सवाईमाधोपुर लोकसभा क्षेत्र: मोदी, रेल, रोजगार, पानी और बजरी के आगे सारे मुद्दे फेल | Lok Sabha Election 2019: Tonk- Sawai madhopur Ground Report | Patrika News

टोंक-सवाईमाधोपुर लोकसभा क्षेत्र: मोदी, रेल, रोजगार, पानी और बजरी के आगे सारे मुद्दे फेल

locationटोंकPublished: Apr 21, 2019 01:50:44 pm

2009 में बना दो जिलों का यह क्षेत्र भी दो अलग मूड रखता है। प्रकृति से जितना संपन्न, विकास की दृष्टि से लोग उतनी ही विपन्नता महसूस करते हैं।

Tonk- Sawai madhopur Ground Report
अभिषेक सिंघल

टोंक/सवाईमाधोपुर। 2009 में बना दो जिलों का यह क्षेत्र भी दो अलग मूड रखता है। प्रकृति से जितना संपन्न, विकास की दृष्टि से लोग उतनी ही विपन्नता महसूस करते हैं। टोंक को रेल की दरकार है तो सवाईमाधोपुर में बंद सीमेंट फैक्ट्री दिलों की टीस है। बनास और रेत एक ज्वलंत मुद्दा है।
लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि सीमित ही सही, बजरी के वैध खनन की गुंजाइश क्यों नहीं बन रही? कई जगह रेत भरे ट्रैक्टर गुजरते दिखे तो कई नाकाबंदियों पर रेत के ढेर लगे थे। बोरखंडी व सोहेला के बीच रेत भरे ट्रोले भी खड़े थे।
साफ है बजरी खनन अवैध है पर यहां आम है। बीसलपुर बांध के बावजूद मतदाता हैरान हैं कि आखिर उनकी प्यास बुझाने की बारी दो दिन में चंद मिनटों की ही क्यों है? लोगों में मतदान को लेकर उत्साह तो है, लेकिन चुनाव जैसा रंग पूरे ही लोकसभा क्षेत्र में नहीं दिखा।
पार्टियों ने स्थानियों समीकरणों को ध्यान में रख उम्मीदवार उतारे हैं। भाजपा से वर्तमान सांसद सुखबीरसिंह जौनापुरिया प्रत्याशी हैं, जिन्होंने 2014 में कांग्रेस के मोहम्मद अजहरूद्दीन को 1.35 लाख मतों से हराया था, तो कांग्रेस से 2009 में यहीं से सांसद व केन्द्रीय मंत्री रहे पूर्व आइपीएस नमोनारायण मीणा मैदान में हैं। आठ विधानसभाओं में एक मालपुरा पर भाजपा का कब्जा है।
टोंक से कांग्रेस के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट विधायक हैं। भाजपा के सामने यह सीट चुनौती जरूर है तो 2009 में भाजपा के कर्नल किरोड़ीसिंह बैंसला से महज 317 मतों से हुई जीत मीना को एक-एक वोट के लिए संघर्ष पुरानी याद ताजा करवा रही है।
चुनावी नब्ज टटोलते हुए टोंक के मालपुरा कस्बे में तितरिया की एक ग्रामीण महिला से सवाल किया तो वह बोली, बोट है तो, दे देवालां। पास ही खड़े उसके पति ने कहा, म्हैं तो म्हाकां आदमी ने देवांला। अनाज मंडी में लोगों से चर्चा शुरू की तो खेड़ा धौली से आए किसान सीताराम शर्मा ने कहा, चर्चा तो मोदी की है।
डोकरिया के हरिराम चौधरी भी समर्थन मे बोले। थाड़ोली के रतनलाल बोले नोटबंदी ने हम जैसों को लाइन में लगा दिया, फर्क कुछ पड़ा क्या। यासीन बोले चुनाव से कोई फर्क नहीं पड़ता। कुरेदने पर कहा, मोदी मुद्दा नहीं हैं। धौली गांव में बुधनारायण सैनी और जगदीश चौधरी एक स्वर में बोले, चुनाव में तो मोदी पर फैसला होगा।
निवाई विधानसभा के बोरखंडी गांव में सड़क किनारे हैंडपम्प से पानी खींच रहे परिवार की प्रतिक्रिया थी, पानी ही मुद्दा है। पास ही ताश खेल रहे युवाओं का मत था, कोई निहाल नहीं करता। वहीं सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी रामफूल ने मुकाबला कड़ा बताया आरसीसी सड़क पर आगे बढ़ते एकाएक गिट्टी की सड़क पर हिचखौले खाते पहुंचे सोहेला।
सोहेला में 2005 के बीसलपुर पानी के आंदोलन में पुलिस फायरिंग में पांच जनों ने जान गंवाई थी। गांव के जगदीश बोले, पानी तो आज भी बड़ी समस्या है, पर मोदी और देश की सीमा बड़ा मुद्दा है। वहीं चाय बना रहे सज्जन बोले, जहां तक निवाई का मामला है दोनों ही बराबर हैं। नमोनारायण ने मंत्री रहते बैंक एटीएम खुलवाए तो जौनापुरिया ने भी बुजुर्गों का सम्मान करवाया है।
टोंक में पानी के साथ बड़ा भावनात्मक मुद्दा है रेल। आईसुजू समेत कुछ फैक्ट्रियों के बंद होने का भी मलाल है। मोदी के समर्थन और विरोध में खुल कर चर्चाएं हुई। दोपहरी में सवाईमाधोपुर मोड़ पर एक जूस के ठेले पर रुके। यहां ग्रामीणों ने पहले तो खोज कर हमारे नाम जाने। फिर बोले, ‘भाया अठै तो दोन्यू लोगां ने व्यारां लोगां रौ फुल सपोर्ट है।’ बात सुन ठेला चला रही युवती तपाक से बोली, ‘क्रेज तो मोदी का है, जीतैगा कौन, पता नहीं।

देवली-उनियारा विधानसभा से कांग्रेस के हरिश्चंद्र मीना विधायक हैं वे कांग्रेस प्रत्याशी मीना के भाई हैं और चुनाव से पहले ही भाजपा छोड़ कांग्रेस में आए थे। यहां एक किराणा की दुकान पर विजयगढ़ के सांवलराम मीणा बोले, गांव में सड़क नहीं है, इतने साल में ही नहीं बनी। शिवरतन कुशवाहा ने कहा, देश का मुद्दा ही इस बार मुद्दा है।
सांवलराम पलट कर बोले, मेरा गांव भी तो देश में है। सवाईमाधोपुर की खंडार विधानसभा के कुश्तला में चुनावी माहौल की तरह मौसम भी बदला और बरसात होने लगी। एक चाय की दुकान में शरण ली तो वहां बैठे सेवानिवृत्त शिक्षक केन्द्र की तरफदारी करते मिले तो राधेश्याम नोटबंदी के दर्द को जाहिर करने लगे।
Tonk- Sawai madhopur Ground Report
सवाईमाधोपुर में कलक्ट्रेट के पास पार्क में गिरिराज बंसल कहते हैं, रोजगार सबसे बड़ा मुद्दा है। मिल-फैक्ट्री नहीं है। ये राष्ट्रीय मुद्दों का चुनाव है। वहीं पुष्पा देवी और राजकंवर ने कहा, हमारे घर के बाहर सड़क नहीं बनी, लेकिन क्या करें।
वोट तो जरूर देंगे। किसे देंगे? जहां पूरा देश देगा। वहीं कसरत कर रहे नव मतदाता अभिषेक गर्ग, हनुमान प्रजापत बोले, कई मुद्दे हैं। कश्मीर है, रोजगार है, नौकरी है। पार्क से निकल रहीं मलारना डूंगर की अफसाना और नाजिया कहती हैं, भैया लावणी का टाइम है, वोट कब हैं पतौ इ ना। सूरवाल में राशिद, निजामत, बशीर बोले, हमें तो दीया कुमारी की आस थी, वो तो राजसमन्द चली गईं।
भाड़ौती में रमेश मीणा, बत्तीलाल मीणा बोले, महंगाई और नोटबंदी ने मामला चौपट कर दिया। बामनवास विधानसभा के बाटोड़ पहुंचने तक रात घिर आई थी। गौरतलब है कि कांग्रेस प्रत्याशी नमोनारायण मीणा बामनवास के ही है। एक दुकान पर दो बुजुर्ग बोले, प्रधानमंत्री तो मोदी बने, लेकिन वोट का क्या कहें, वो तो अपने को ही जाएगा।
गंगापुर सिटी में फव्वारा चौक पर नाई की दुकान में चर्चा छिड़ते ही एक शख्स बोले, कछु हो जाए, गंगापुर में तो या राज आए और लाइट जाए। यही मुद्दा है, चाहे मोदी आ जाए, यहां तो कट होगा ही।
प्रत्याशी-
भाजपा- सुखबीरसिंह जौनापुरिया (वर्तमान सांसद)
कांग्रेस- नमोनारायण मीना

कुल मतदाता – 19 लाख 39 हजार
महिला- 9 लाख 19 हजार 157

पुरुष- 10 लाख 19 हजार 621

2014 में मतों का गणित

सुखबीर सिंह जौनापुरिया (भाजपा) – 548537
मोहम्मद अजहरूद्दीन (कांग्रेस) – 413031

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो