मामले के अनुसार जयपुर-भीलवाड़ा टोल मार्ग पर टोल कम्पनी की ओर से वाहनों के आवागमन के लिए चार लेन बनाई गई थी। इसमें दो लेन आने व दो लेन जाने के लिए शुरू की गई, लेकिन टोल कम्पनी के अधिकारियों की मनमानी व नियमों की अवहेलना करते हुए दो लेन कम कर दी गई। इससे अब वाहनों के आवागमन के लिए एक-एक लेन रहने से वाहनों की लम्बी कतारें लगने लगी है।
इससे वाहनों में सफर करने वाले यात्रियों को टोल नाके पर पांच से दस मिनट तक तेज तापमान में तपना पड़ता है। कम्पनी की ओर से बचत करने के उद्देश्य से टोल नाके से 5 कर्मचारियों का भी अन्यत्र स्थानान्तरण कर दिया है। टोल मैनेजर अमित यादव ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर दो लेन बंद की गई है। सानिवि टोल रोड के अधीक्षण अभियन्ता आर. के. मीणा ने बताया कि नियमानुसार चार लेन चालू रहनी चाहिए।
कम्पनी की ओर से अगर दो लेन बंद की गई है, तो मामले की जांच कर चारों लेन को शुरू कराया जाएगा। गौरतलब है कि वर्तमान में अविकानगर टोल मार्ग से प्रदेश के अन्य राज्यों का अजमेर उर्स से जायरिनों के वाहनों का जत्था लौट रहा है।