संघ के महामंत्री महावीर बाहेती ने बताया कि लगातार मुलाकात व ज्ञापन के बावजूद सरकार सुनवाई नहीं कर रही है। इससे प्रदेशभर के कार्मिकों में सरकार के प्रति नाराजगी है। धरने में प्रदेशभर से कार्मिक आए हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में निकाली गई कनिष्ठ लिपिक की भर्ती में ग्रामीण विकास एवं पंचायतराज विभाग में संविदा के आधार पर कार्य कर रहे कार्मिकों को बोनस अंक देने का प्रावधान किया था, लेकिन इस की प्रक्रिया बाद में रोक दी गई। इस प्रक्रिया को राज्य सरकार की ओर से रोक हटने के बाद भी शुरू नहीं किया गया। ऐसे में धरना देकर सरकार के सामने मांग रखी गई। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से सुनवाईनहीं करने पर कार्मिकों ने भैंस के आगे बीन बजाई। वहीं धरना स्थल से दण्डवत किया गया।
वेतन की कर रहे हैं मांग
जिला खादी कार्यकर्ता संगठन की ओर से चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल गुरुवार को संस्था की मोती बाग स्थित भवन परिसर में जारी रही। कर्मचारियों का करीब 2 वर्ष का वेतन बकाया चल रहा है। वेतन की मांग के लिए ही कर्मचारी हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों का अब तक का करीब 50 लाख रुपए बकाया है।
जिला खादी कार्यकर्ता संगठन की ओर से चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल गुरुवार को संस्था की मोती बाग स्थित भवन परिसर में जारी रही। कर्मचारियों का करीब 2 वर्ष का वेतन बकाया चल रहा है। वेतन की मांग के लिए ही कर्मचारी हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों का अब तक का करीब 50 लाख रुपए बकाया है।
कर्मचारियों ने बताया कि खादी कमीशन यूको बैंक के 5 प्रोपर्टी के तालेबंदी के बाद भी सुस्त बैठा है। बैंक की ओर से 6 माह में 2 प्रोपर्टी जयपुर की बेचने के बाद भी मूल रजिस्ट्री नहीं दे सका, जिससे खादी संस्था का ऋण वैसा का वैसा ही बना हुआ है। कर्मचारियों की मांग है कि संस्था एक माह में बैंक का निपटारा कर कर्मचारियों का वेतन पहले चुकाए।
इस दौरान खादी कार्यकर्ता संगठन के अध्यक्ष कैलाशचंद शर्मा, भंवरलाल, राजेश शर्मा, कमलकुमार शर्मा, ओमप्रकाश वर्मा, पारसचंद जैन, सत्यनारायण शर्मा, कैलाश यादव, भंवर जाट, अमरसिंह, किशन, अब्दुल रहमान, सोहनलाल, रामस्वरूप, श्योजी, भागचंद जैन आदि हड़ताल पर बैठे हैं।