ये है बड़ा कारण
दिखावटी शादी के चक्कर में लोग घरों की महंगी सजावट के साथ शादी से पहले कई दिनों तक डीजे तथा ढोल-ताशे बजाते हैं। इसमें काफी रुपया खर्च होता है। इससे शादी वाले परिवार पर आर्थिक भार बढ़ जाता है। उलेमाओं का कहना हैकि शादी में ये सब शरीयत के खिलाफ है। नाच-गाना तथा किसी भी प्रकार साउंड नहीं होना चाहिए।
झगड़े के कारण भी बन चुके
शहर में डीजे साउण्ड तथा बैंड कई बार झगड़े का कारण बन चुके। इसके बाद जिला प्रशासन ने डीजे बजाने की अनुमति लेने के आदेश जारी कर दिए, लेकिन इस पर रोक नहीं लग पाई है। लोग इस फिजूलखर्ची की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
शहर के तमाम काजियों की बैठक ली गई है। इसमें तय किया गया है कि वे डीजे-बैंड बजाने वालों के यहां निकाह नहीं कराएंगे। शादी शरीयत के मुताबिक होनी चाहिए। लोग समझ नहीं रहे हैं और दिखावे के चक्कर में फिजूलखर्ची कर रहे हैं। इस राशि से किसी गरीब की बेटी की शादी कराई जा सकती है।
– मुफ्ती आदिल नदवी
ये निर्णय बेहतर है। इससे लोगों के कदम शरीयत की ओर बढ़ रहे हैं। दिखावे में लोग ऐसा कर रहे हैं, जिन्हें समझाया जा रहा है। पाबंदी भी लगाई जा रही है।
– मौलाना मोहम्मद उमर नदवी