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मेडिकल वार्ड शुरु, कोरोना डर से नहीं आ रहे मरीज

locationटोंकPublished: Sep 23, 2020 09:02:50 pm

Submitted by:

pawan sharma

मेडिकल वार्ड शुरु, कोरोना डर से नहीं आ रहे मरीज
 

मेडिकल वार्ड शुरु, कोरोना डर से नहीं आ रहे मरीज

मेडिकल वार्ड शुरु, कोरोना डर से नहीं आ रहे मरीज

पीपलू(रा.क.). पीपलू सामुदायिक अस्पताल के प्रभारी, स्टॉफ का एक जना व भर्ती मरीजों के पॉजिटिव आने के बाद बंद किया गया मेडिकल वार्ड फिर से शुरु कर दिया गया हैं। लेकिन अस्पताल में मरीजों के कम आने तथा भर्ती नहीं होने के चलते मेडिकल वार्ड पूरी तरह खाली नजर आया। मंगलवार को कुछ मरीजों के पट्टी, इंजेक्शन आदि लगाने का कार्य ही किया गया।

नहीं पहुंची दवाएं

इसी प्रकार प्रतिदिन चिकित्सालय में आने वाले रोगियों को मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना के तहत राजकीय चिकित्सालय में दी जाने वाली करीब 40 दवाएं उपलब्ध नहीं होने से रोगियों को बाहर मंहगे दामों पर दवाइयां खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। मरीजों की इस परेशानी पर कुछ दिनों पूर्व जिला कलक्टर गौरव अग्रवाल ने सीएमएचओ अशोक यादव को दवाइयां शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। लेकिन अभी तक जिला प्रशासन की ओर से दवाइयां उपलब्ध नहीं करवाई गई।
पॉजिटिव की समय पर सूचना नहीं
पीपलू क्षेत्र के लगातार कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ रहे हैं लेकिन चिकित्सा विभाग अब आंकड़े छुपाने में जुटा हैं। इतना ही नहीं पीपलू सामुदायिक अस्पताल में स्टॉफ से भी आंकड़ें छुपाए जाने लगे हैं। पॉजिटिव आने वाले मरीजों के कांटेक्ट ट्रेसिंग में भी लापरवाही बरती जाने लगी हैं। जहां विभाग द्वारा पॉजिटिव मरीजों को भी देर से सूचना दी जा रही हैं वहीं जिनकी पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आई, उसके बाद दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आ रही हैं उसकी सूचना तक रोगी को नहीं दी जा रही हैं। जिसके चलते रोगी अपनी रिपोर्ट के स्टेटस की जानकारी को लेकर लगातार चिंतित रह रहा हैं।

करे रहे औपचारिकता
निवाई. शहर में तेजी फैल रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए चिकित्सा विभाग व प्रशासन नाकाम नजर आ रहा है। वहीं चिकित्सा विभाग द्वारा अब कोरोना संक्रमितों की सटीक जानकारी भी नहीं दे रहे है। उपखंड मुख्यालय पर स्थित बीसीएमओ कार्यालय व मेडिकल टीम द्वारा स्वास्थ्य जांच व सेम्पलिंग में केवल औपचारिकता पूरी की जा रही है।
इसी प्रकार शहर व ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव आने पर उपखंड प्रशासन द्वारा कंटेनमेंट जोन व बफ र जोन कागजों में ही बनाए जा रही है। जबकि राज्य सरकार ने प्रभावी तरीकें से कंटेनमेंट जोन व बफ र जोन बनाकर रास्तें व गलियां सील कर पुलिसकर्मियों की तैनाती के आदेश दे रखें है। लेकिन प्रशासन द्वारा संक्रमित क्षेत्र सील करने के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है, जिससे शहर में कोरोना बेकाबू होता जा रहा है।

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