पिछले दो दशक से गौण कृषि उपज मण्डी का दंश झैल रहे किसान, व्यापारी व पलदार तीनो वर्ग आहत है। विकास की दृष्टि से पिछड़ी गौण मण्डी में तुलाई के लिए मण्डी में यार्ड, ड्रोम, प्लेट फार्म, दुकाने, किसान विश्राम स्थल पीने का पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है।
किसान नेता रतन खोखर की अगुवाई में धरने पर बैठे किसानो ने बताया कि टोडारायसिंह स्थित गौण कृषि उपज मण्डी में सालाना लाखों रुपये से टैक्स जमा होता है। इसके बावजूद टोडारायसिंह गौण मण्डी को विकास की दृष्टि से उपेक्षित है। स्थिति यह है कि छाया व्यवस्था नहीं होने से किसानो की खुले पड़ी जिंसो की चिलचिलाती धूप में जहां व्यापारी बोली लगाते हैं।
वही पलदार पसीना पौछते हुए माल की तुलाई करते है। इधर, बारिश में कृषि जिंसे भीगने से व्यापारी व किसान दोनों को नुकसान उठाना पड़ता है। रविवार को मण्डी के व्यापारियो के साथ पलदारो ने भी किसानो के धरने का समर्थन किया। उन्होंने बताया कि समर्थन मूल्य पर सरसो व चना 25 के स्थान पर 40 क्विंटल खरीदने, गोपालपुरा पंचायत के किसानों को अल्पकालिक कृषि ऋण वितरित करने, मण्डी को सम्पूर्ण मण्डी का दर्जा दिलाने तथा सुविधाए उपलब्ध कराने की मांग को लेकर सोमवार को किसान, व्यापारी व पलदार प्रदेश सरकार के नाम उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन देंगे।