दोपहर में तप कल्याणक महोत्सव पर महाराजा विश्वसेन की मंत्रणा, वैवाहिक संस्कार, राजतिलक, राजाओं की भेंट, चक्ररत्न की प्राप्ति, छहखण्ड की दिग्विजय सांसारिक दशा का चित्रण, वैराग्य उदय, लोकांतिक देवों की अनुमोदना व दीक्षा संस्कार की क्रियाओं का मंचन किया गया। सायंकाल गुरुभक्ति, महाआरती की गई।
समारोह में विधायक कन्हैया लाल चौधरी ने शिरकत करते हुए आचार्य इन्द्रनन्दी से आशीर्वाद प्राप्त करते हुए उनके चरणों में श्रीफल चढ़ाया। चौधरी ने कहा कि जैन धर्म के तीर्थंकरों ने प्राणी मात्र को ध्यान में रखते हुए जीओ व जीने दो तथा अहिंसा व सत्य का जो संदेश दिया है वह वर्तमान समय में भी सार्थक है।
पंचकल्याणक महोत्सव समिति के संरक्षक पदमचन्द गोयल, अध्यक्ष ताराचन्द जैन, मंत्री ओमप्रकाश जैन, कोषाध्यक्ष पदम चन्द ठेग्या, अग्रवाल समाज अध्यक्ष रामगोपाल ठेग्या, राकेश नेवटा सहित सदस्यों की ओर से विधायक का स्वागत किया गया।
विधायक ने समारोह की व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए भोजनशाला में अपने हाथों से लोगों को भोजन परोसा। समारोह में पाण्डुक शिला महिला मण्डल द्वारा तप कल्याणक पर मंगलाचरण की प्रस्तुति दी गई। मंगलवार रात को भगवान के पालना झूलाने का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें श्रद्धालुओं ने भगवान का पालना झुलाया।