संभावना है कि वर्ष के आखिर तक यह व्यवस्था पूरे देश में लागू हो। शनिवार को सीकर सेना भर्ती रैली का जायजा लेने आए भारतीय सेना के अतिरिक्त निदेशक (भर्ती) मेजर जनरल जे के मारवाल ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है। इसमें किसी भी तरह की गड़बड़ी संभव नहीं है। इसके अलावा सेना एक दिन में ही दौड़, दस्तावेज जांच व मेडिकल प्रक्रिया पूरी करने की भी योजना बना रही है।
प्रशासन और अभ्यर्थी दोनों को होगा फायदा
अतिरिक्त निदेशक (भर्ती) ने बताया कि नई व्यवस्था से अभ्यर्थियों को सीधे तौर पर फायदा होगा। क्योकि लिखित परीक्षा पास करने वालों को ही शारीरिक परीक्षा की तैयारी करनी होगी।
अभी एक भर्ती के लिए औसतन से 40 हजार से सवा लाख युवा तैयारी करते है। वहीं संबंधित जिला प्रशासनों को भर्ती कराने में ज्यादा परेशानी नहीं आएंगी। पहले लिखित परीक्षा होने से सभी को फायदा मिलेगा।
सीकर को लगभग 400 पद
सेना अधिकारियों ने बताया कि सीकर रैली के लिए लगभग 400 पद हैं। उन्होंने कहा कि यहां के युवा शारीरिक तौर पर काफी फिट है। उन्होंने कहा कि सेना भर्ती कार्यालय राज्य सरकार के साथ मिलकर सभी प्रदेशों का वार्षिक भर्ती कलैण्डर तैयार करता है। कई बार जिला प्रशासन के दूसरे कार्यक्रमों में व्यस्त होने के कारण भर्ती समय में फेरबदल करना पड़ जाता है।
मेजर जनरल जितेन्द्र मारवान ने कहा कि सर्जिकल स्टाइक के बाद देशभर में युवाओं का सेना के प्रति क्रेज बढ़ा है। इसकी हकीकत फिलहाल हो रही सेना भर्ती रैली में देखने को मिल रही है।
सेना अधिकारियों ने बताया कि हाथ पर टेटू गुदवाने वाले युवाओं को सेना में इन्ट्री नहीं दी जाएगी। इसके पीछे वजह सेना का अनुशासन है। उन्होंने कहा कि इससे त्वचा संबंधी बीमारी होने का भी खतरा रहता है।
-पहले तहसील मुख्यालयों पर जाकर लेना पड़ता था टोकन। अब ऑनलाइन टोकन की व्यवस्था।
-दस्तावेज सत्यापन सहित अन्य कार्य मैन्युल। अब सभी कार्य कम्प्यूटर के जरिए।
-प्रश्न पत्र व उत्तर पुस्तिक जांच का कार्य भी पूरी तरह ऑनलाइन।
-हर जिले के युवाओं के लिए वर्ष में एक बार औसतन एक भर्ती निश्चित।