राजमहल के करीब खेतों में गुरुवार को दूसरे वर्ष भी कुरजां (कुर्जां) नामक प्रवासी पक्षियों का झुण्ड किसानों के लिए आर्कषण का केन्द्र बना है। ये पक्षी गत वर्ष देवली सडक़ के करीब बीसलपुर-टोंक-उनियारा पेयजल परियोजना के फिल्टर के पास खेतों में दिखाई दिए थे।
ऐसे ही गुरुवार को फिर से राजमहल पंचायत के भगवानपुरा ढाणी के पास संथली सडक़ मार्ग स्थित एक खेत में नजर आए हैं। यहां एक साथ करलव ध्वनी के साथ ही अन्य पक्षियों से आकार में काफी बड़े होने के कारण यह किसानों के लिए आर्कषण का केन्द्र बने हैं। यहां कुछ समय रूकने के बाद इन पक्षियों का दल उड़ान भरकर यहां से अन्यत्र जलाशय की ओर कूच कर गया।
कुरजां नामक यह पक्षी हर वर्ष साइबेरिया से उड़ान भरकर ईरान व अफगानिस्तान होते हुए भारत आते हैं। राजस्थान में इस प्रजाति के प्रवासी पक्षी हर वर्ष बीकानेर व जोधपुर सम्भाग के फलौदी व लोर्डिया गांवों के तालाबों में काफी संख्या में आते हैं। बीसलपुर बांध बनने के बाद से धीरे-धीरे अब प्रवासी पक्षी बांध के जलभराव किनारे भी डेरा डालने लगे हैं।