ग्रामीणों ने यह भी बताया कि ब्लास्टिंग होने से मकानों में तेज कंपन होता है, जिससे लोगों में डर का माहौल बना रहता है। उन्होंने यह भी बताया कि ब्लास्टिंग से हवा के साथ धूल खेतों में जम जाती है, जिससे खेतों की उपजाऊ जमीन खराब होने लगी है, जिसके चलते लोगों को प्रशासन के प्रति नाराजगी है। वहींं पहाड़ की तलहटी में बालिका विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र, पानी की टंकी सहित आदि स्थानों पर भी ब्लास्टिंग से पत्थर के छोट-छोटे टुकड़े पहुंच रहे हैं।
इस दौरान सहायक खनन अभियंता लक्ष्मीनारायण मीणा ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि ब्लास्टिंग रोकने के लिए लीज धारक को पाबंद कर दिया है। इस दौरान सरपंच ब्रजमोहन व खनिज विभाग के तकनीकी कर्मचारी सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।सहायक खनन अभियंता लक्ष्मीनारायण मीणा का कहना है कि गांव बहड़ में लीजधारक द्वारा ब्लॉक प्रथम में ब्लास्टिंग करने से ग्रामीणों में द्वारा नाराजगी जाहिर करने पर ब्लास्टिंग पर रोक लगा दी गई है तथा खान सुरक्षा निदेशालय अजमेर को पत्र लिख दिया गया है।