उन्होंने मनरेगा में कार्यरत तकनीकी सहायक पर मेजरमैंट तैयार कराने में भ्रष्टाचार करने आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि कार्यो पर मैजरमेंट कम किए जाने से उन्हें कम मजदूरी दी जा रही है। जबकि मनरेगा कार्यो पर पुरूषो के बैठे रहने के बावजूद वें सुविधा शुल्क देकर पूरी मजदूरी ले रहे है। जबकि महिला श्रमिक कार्य पूरा करने के बावजूद मजदूरी पूरी नहीं दी जा रही है।
इस दौरान मौके पर पहुंचे तकनीकी सहायक मनजीत वर्मा का घेराव कर महिलाओं ने खरी-खोटी सुनाई। सूचना पर मौके पर पहुंच एएसआई करण सिंह ने महिला श्रमिकों को समझाने का प्रयास किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल मौके पर पहुंचे तहसीलदार मनमोहन गुप्ता व विकास अधिकारी नीता पारीक ने महिला श्रमिकों की समझाइश की तथा सहायक अभियंता महेंद्र जैन से दोबारा टास्क भरवाने तथा जितना कार्य उतना पैसा दिलाने का आश्वासन दिया। आश्वासन के बाद महिलाओं ने धरना समाप्त किया। उन्होंने मजदूरी पूरी नहीं मिलने पर दोबारा धरना देने की चेतावनी दी।