कृषि विभाग के अनुसार टोडारायसिंह क्षेत्र में पिछले वर्ष 62 हजार हैक्टेयर कृषि भूमि पर रबी की बुवाई की गई थी। बीसलपुर बांध समेत अन्य बांध, तालाब, एनिकट तथा फार्म पॉण्ड के पूर्ण भराव के बीच सरसो, गेहूं व चना-जौ की फसले बोई गई थी। जबकि इस बार उपखण्ड में बारिश की अपर्याप्तता से किसान भी परेशान है। इधर, कृषि विभाग ने 35 हजार हैक्टेयर में बुवाई का लक्ष्य रखा गया है, जोंकि पिछले वर्ष की अपेक्षा 30 से 40 फीशदी कम है।
उल्लेखनीय है कि बीसलपुर बांध में गत वर्ष आरएल 315.50 की अपेक्षा पानी की आवक कम होने से परियोजना विभाग की ओर से बायी मुख्य नहर में पानी नहीं छोड़ा गया है। इधर, क्षेत्र के घारेड़ा, ढीबरू बांध समेत अन्य बांध, तालाब व एनिकट खाली पड़े है।
एलएमसी के कमाण्ड क्षेत्र स्थित बोटूंदा, कंवरावास, मोरभाटियान, खरेड़ा, बासेडा व बस्सी क्षेत्र के अलावा देर तक चली बारिश से अभी तक खेत तैयार नहीं हो पाए है। जिससे बुवाई भी होना मूश्किल है। इनका कहना है, बीसलपुर बांध के पूर्ण भराव नहीं होने के साथ क्षेत्र में गत वर्ष की अपेक्षा बारिश कम हुई है। तालाब, एनिकट व फार्म पॉण्ड खाली रहने से पिछले वर्ष की अपेक्षा बुवाई तीस फीसदी कम होगी। हरिसहाय शर्मा, सहायक कृषि अधिकारी टोडारायसिंह।