इसके साथ ही गुरुवार से तरावीह की विशेष नमाज शुरू हो गई। इधर, मई-जून की भीषण गर्मी के बावजूद रोजेदार रोजे रखेंगे। भूख व प्यास की शिद्दत के बावजूद 5 वक्त की नमाज पाबन्दी से अदा की जाएगी। मासूम बच्चे और बुजुर्ग भी पाबन्दियों के साथ इबादत्त करेंगे। रमजान की रातें भी ईबादत में गुजरेंगे।
शहर में 2से अधिक
जामा मस्जिद के साथ-साथ 150 मस्जिदों में तरावीह की नमाज अदा की जाएगी। शहर के सबसे बुजुर्ग आलिम की सदारत में काफला जामा मस्जिद में हाफिज अब्दुल समद, बड़ा कुआं स्थित शाही जामा मस्जिद में मुफ्ती सलाउद्दीन खिजर नदवी, छावनी जामा मजिस्द में मोहम्मद आरिफ अंसारी, बूटा बेगम में जाकिर हुसैन, मस्जिद गोल में मुफ्ती आसिम अख्तर, हट्टो कि मस्जिद में हाफिज सिद्दीक, मंहेदी बाग जामा मस्जिद में हाफिज मोइनुद्दीन, लाड़ली बेगम में हाफिज आरिफ, मुनीर खां में अब्दुल रहमान, हुदा मस्जिद में हाफिज फुरकान, नजर बाग में मोहम्मद यूसुफ, बहीर में हाफिज सरदार, धन्ना तलाई मोहम्मदिया में मोहमद फिरोज, जामा मस्जिद चोट बाजार पुरानी टोंक में हाफिज निसार, आजम शाह में कारी अंसार, सआदत मस्जिद काली पलटन में मोहम्मद आमीन, बमोर गेट की मस्जिद अहंगरण में मिन्हाजुल हसन, बारूद खाना में हाफिज असरार, मौलाना साहब में हाफिज जावेद, मस्जिद आयशा में मौलवी अमीन तराविह की नमाज अदा कराएंगे।
15 घंटे से अधिक का होगा रमजान
बुधवार की रात हिलाल कमेटी की बैठक हुई में मौलाना मोहम्मद सईद अहमद, आमिर मियां, मौलाना सलाउद्दीन कमर, मुफ्ती आदिल नदवी, सलाउद्दीन खिजर, सलीम, मुबारकशाह, कारी अनवर, मौलाना अब्दुल रहमान, मौलाना मुकर्रम आदि के मशवरे के बाद ऐलान किया कि गुरुवार को पहली तरावीह की नमाज होगी
शुक्रवार का पहला रमजान रखा जाएगा। इधर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र काबरा के प्रभारी चिकित्सक मोहम्मद सईद का कहना है कि राजेदार को ठंड़े पेय पदार्थ नहीं पीना चाहिए। एक अनुसंधान के मुताबिक इन से किड्नी फैल हो सकती है। रोजेदार को शर्बत ही इस्तेमाल करना चाहिए। नींबू के साथ शक्कर नमक का पानी पीना चाहिए। सहरी में कम से कम खाना खाएं। दूध-दही व शरबत ही लिया जाए।