दूसरे के लाल का जीवन बचाने के लिए मां की ममता जाग रही है। यही कारण है कि प्रतिदिन कई माताएं मदरमिल्क बैंक पहुंचकर दूधदान करने में रुचि दिखा रही है। चिकित्सकोंं के मुताबिक ऐसे शिशु जो स्तनपान नहीं कर पाते। जिनके होठ कटे-फटे हो। इसके साथ ही जन्म के साथ माता का निधन होने, कम अवधि में जन्मे शिशु को मदर मिल्क बैंक दूध उपलब्ध करा रहा है। इससे बच्चें को मां का आंचल तो मिला ही है, मां भी सुकून महसूस कर रही है।
मदर मिल्क बैंक से अब तक दो बाद दूध अजमेर भी भिजवाया जा चुका है। इसमें एक बार 500 यूनिट व दूसरी बार एक हजार यूनिट दूध शामिल है। इसका कारण है कि काउंसलर संगीता, डोनर रूम इंचार्ज मीना चौधरी, लैब इंचार्ज अनिता नामा व बैंक मैनेजर सुनिता चौधरी धात्री महिलाओं को समय-समय पर दूधदान करने के लिए प्रेरित कर रही है। इसके चलते बड़ी संख्या में सरकारी अस्पताल समेत निजी अस्पतालों से धात्रिया मदर मिल्क बैंक पहुंचकर दूधदान करने पहुंच रही है।