scriptरिकॉर्ड बस्ते काले कपड़े में बंद, सात हजार से अधिक नामांतरण अटके | Mutilation stuck on the strike of Patwaris | Patrika News

रिकॉर्ड बस्ते काले कपड़े में बंद, सात हजार से अधिक नामांतरण अटके

locationटोंकPublished: Mar 04, 2021 09:36:47 pm

Submitted by:

pawan sharma

जिले के पटवारियों द्वारा विभिन्न मांगों के चलते हड़ताल पर जाने से बेचान, उपहार, दान, विरासत, हक त्याग, सहित अन्य प्रकरणों का निस्तारण नहीं हो पा रहा है। पटवारी हड़ताल के कारण जिले में लगभग 7 हजार से अधिक नामांतरण सहित अन्य कार्य रूके हुए है।

रिकॉर्ड बस्ते काले कपड़े में बंद, सात हजार से अधिक नामांतरण अटके

रिकॉर्ड बस्ते काले कपड़े में बंद, सात हजार से अधिक नामांतरण अटके

टोंक. जिले के पटवारियों द्वारा विभिन्न मांगों के चलते हड़ताल पर जाने से बेचान, उपहार, दान, विरासत, हक त्याग, सहित अन्य प्रकरणों का निस्तारण नहीं हो पा रहा है। पटवारी हड़ताल के कारण जिले में लगभग 7 हजार से अधिक नामांतरण सहित अन्य कार्य रूके हुए है।
जिले में वैसे ही पटवारियों के कई पद रिक्त चल रहे है, लेकिन गत कई दिनों से ग्रेड-पे 3600 सहित तीन सूत्री मांग के लिए चल रही पटवारियों की हड़ताल के बाद अब 4 मार्च तक पेन डाउन हड़ताल रहने के कारण अब लोगों के कई काम प्रभावित हो रहे तो कई अटक गए है। वेतन विसंगति को लेकर सोमवार से जिले में 377 पटवारी पेन डाउन हड़ताल पर चल रहे है।

काफी संख्या में जिले के पटवारी संभागवार जयपुर धरने में शामिल हो रहे है। कई पटवारियों द्वारा तहसील स्तर पर भी धरने दिए जा रहे है। हड़ताल के कारण आमजन के कामकाज अटक गए। राजस्थान पटवार संघ की ओर से 14 महीने से लगातार आंदोलन किया जा रहा है। 15 जनवरी से पटवारियों ने अतिरिक्त पटवार मंडलों का बहिष्कार किया हुआ है।
यह नहीं हो रहे काम
हड़ताल से पेंशन, खाद्य सुरक्षा योजना, मेडबंदी योजना, फार्मपॉड, जाति-मूल निवास प्रमाण पत्र, नामांतरण, सीमाज्ञान, फसल बीमा योजना की क्रॉप कटिंग, सहित कई काम अटक गए हैं। खसरा गिरदावरी नहीं होने के कारण लेवी पर होने वाली तुलाई के लिए किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। साथ ही सम्पर्क पोस्टल पर कई कार्य अटके हुए है, जिनका समाधान नहीं होने पर किसानों में विवाद की परिस्थितियां भी बनी हुई है। लोग तहसील कार्यालय से बिना काम हुए ही वापस लौट रहे है। इस कारण उनका धन व समय भी खराब हो रहा है।

बस्ते काले कपड़े में बंद
जिले के पटवारियों की हड़ताल के कारण किसानों सहित आमजनों के कई कार्य नहीं हो पा रहे है। हड़ताल के कारण जिले के पटवारियों ने विरोध स्वरूप बस्तों को काले कपड़े में बंद कर पटवार मंडलों में जमा करवा दिए है।
जिले में यह है पद रिक्त

जिले में राजस्व सहित अन्य कार्यों के निपटारे क लिए 234 पंचायतों के 312 पटवार मण्डलों में 137 पटवार मण्डलों में पद रिक्त चल रहे है। इस रिक्त पदों को अन्य कार्यभार भी अन्य पर आ गया है। हालाकि कुछ पटवार मण्डलों में परीविक्षा काल के दौरान पटवारी अतिरिक्त कामकाज निपटा रहे है।
टोंक तहसील की 25 पंचायतों में 40 पटवार मण्डल है, जिनमें से 18 के पद रिक्त चल रहे है। इसी प्रकार निवाई 41, पीपलू 25, देवली 20, दूनी 19, टोडारायसिंह 30, मालपुरा 38 व उनियारा में 36 कुल पंचायतें है। जिनमें क्रमश :40, 54, 35, 25, 24, 41, 41 व 52 पटवार मण्डलों में से 18, 18, 11, 13, 12, 18, 22, व 25 मण्डलों में पटवारियों के पद रिक्त चल रहे है।
…तो करेंगे अनिश्चितकालीन हड़ताल
गत दिसंबर माह में भी मूक रैली करके सरकार को आगाह किया गया था। सरकार की ओर से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। 11 फवरी को पैदल मार्च कर 15 फरवरी से जयपुर में धरना दिया जा रहा है। अब 4 मार्च तक पैन डाउन हड़ताल रखेंगे और 8 मार्च को महिला दिवस पर महिला पटवारी उपवास रखेंगी। अगर जल्दी सरकार ने ग्रेड पर नहीं बढ़ाई और पटवारियों के खाली पदों को नहीं भरा तो अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए भी पटवारियों को मजबूर होना पड़ेगा।
श्योजी राम जाट, तहसील अध्यक्ष पटवार संघ टोंक

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