टोंक

नगरफोर्ट मामला : पायलट की समझाइश पर हुआ पोस्टमार्टम, SHO सहित 5 कांस्टेबल निलंबित, हत्या का मामला दर्ज

प्रदेश के टोंक जिले के नगरफोर्ट से बड़ी खबर है। नगरफोर्ट में सोमवार शाम खाद्य मंत्री रमेश मीणा के आश्वासन से थमा भजनलाल की मौत का मामला मंगलवार को पोस्टमार्टम के लिए गठित चिकित्सा टीम को लेकर फिर गहरा गया। लेकिन कुछ ही समय बाद उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ।

टोंकJun 04, 2019 / 08:05 pm

rohit sharma

नगरफोर्ट मामला : पायलट की समझाइश पर हुआ पोस्टमार्टम, थानाधिकारी सहित 5 कांस्टेबल निलंबित, हत्या का मामला दर्ज

टोंक/नगरफोर्ट।
प्रदेश के टोंक जिले के नगरफोर्ट से बड़ी खबर है। नगरफोर्ट में सोमवार शाम खाद्य मंत्री रमेश मीणा के आश्वासन से थमा भजनलाल की मौत का मामला मंगलवार को पोस्टमार्टम के लिए गठित चिकित्सा टीम को लेकर फिर गहरा गया। लेकिन कुछ ही समय बाद उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ।
 

पायलट की समझाइश पर मृतक भजन लाल का पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया गया। वहीं, मामले में उनियारा थानाधिकारी के अलावा पांच कांस्टेबल को निलंबित किया गया है।
 

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खाद्य मंत्री रमेश मीणा के आश्वासन के बाद मृतक के पोस्टमार्टम के लिए नगरफोर्ट, देवली व टोंक के तीन चिकित्सकों टीम गठित की गई थी। सुबह करीब साढ़े नौ बजे तक तीनों चिकित्सक नगरफोर्ट स्थित राजकीय अस्पताल पहुंच गए, इसी दौरान जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल से भी पोस्टमार्टम के लिए चिकित्सकोंं की टीम आ गई और पोस्टमार्टम किए जाने की बात कही।
 

मृतक के परिजनों एवं लोगों को जयपुर से चिकित्सकों की टीम आने की सूचना मिलने पर गड़बड़ी की आशंका जता विरोध जताना शुरू कर दिया तथा पोस्टमार्टम नहीं होने दिया। वहीं, मौके पर मौजूद देवली-उनियारा विधायक हरीश मीणा व जहाजपुर विधायक गोपीचंद ने भी पूर्व में गठित चिकित्सा टीम से ही पोस्टमार्टम करवाए जाने की बात कही।
 

इधर, विवाद गहराता देख जिला कलक्टर आरसी ढेनवाल व पुलिस अधीक्षक चूनाराम भी मौके पर पहुंचे, लेकिन उन्होंने ने भी पूर्व में गठित चिकित्सा दल से पोस्टमार्टम करवाने जाने के बारे में स्पष्ट रुख जारी नहीं किया और अस्पताल स्थित एक कक्ष में बैठ गए। इस पर काफी संख्या में लोग अस्पताल परिसर में पहुंच गए।
 

शाम चार बजे अस्पताल परिसर में पहुंचे उपमुख्यमंत्री ने विधायक हरीश मीणा व गोपी चंद ने चर्चा की। इसके बाद जिला कलक्टर व एसपी से मिले। उन्होंने मंच पर आकर जिले के चिकित्सकों द्वारा गठित टीम से ही पोस्टमार्टम करवाए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि पांचों मांगे मान ली गई है। मामले की जांच सीआईडी-सीबी से करवाई जाएगी, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
 

उल्लेखनीय है कि गत 28 मई को उनियारा थाना पुलिस ट्रैक्टर-ट्रॉली का पीछा कर रही थी। पुलिस ने देर रात एक ट्रॉली को नगरफोर्ट थाना क्षेत्र में पकड़ लिया। इसमें चालक की मौत हो गई। ये चालक फतेहगंज परासिया थाना उनियारा निवासी भजनलाल (30) पुत्र हरपाल मीना था। सूचना के बाद पहुंचे परिजनों ने हत्या का आरोप लगा धरना शुरू कर दिया। वहीं एक जून से देवली-उनियारा विधायक हरीश मीणा व जहाजपुर विधायक गोपीचंद ने अनशन शुरु कर दिया था।
 

सीआईडी-सीबी एएसपी करेंंगे जांच

नगरफोर्ट क्षेत्र में हुई हरभजन लाल मीना की मौत मामले में पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट ने उनियारा थाने के प्रभारी मनीष चारण, सिपाही भगवान गुर्जर, सांवरा जाट, लक्ष्मी गुर्जर, राजेश गुर्जर तथा रामअवतार जाट को निलंबित कर दिया। उनियारा के पुलिस उपाधीक्षक दिनेशकुमार राजोरा ने बताया कि सभी को निलंबित कर दिया गया है।
 

इधर, मृतक के परिजन खेड़ली निवासी दिनेश पुत्र कजोड़ मीना ने एसएचओ समेत 6 के खिलाफ हत्या व अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत नगरफोर्ट थाने में मामला दर्ज कराया है। इस मामले की जांच अजमेर रेंज के सीआईडी सीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्योतिस्वरूप शर्मा को सौंपी गई है।
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