धरने पर बैठे कर्मचारियों ने बताया कि ऊर्जा विभाग के आदेश व निगम के निर्देशानुसार मालपुरा व डिग्गी अनुभाग कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों को लोस रिडक्शन के लक्ष्य प्राप्त करने पर सभी कर्मचारियों को एक माह के वेतन के बराबर इंसेटिव स्कीम के तहत इंसेटिव राशि का भुगतान किया जाना था, लेकिन इस राशि का आज तक भी भुगतान नहीं किया गया।
धरने पर बैठे कर्मचारियों की मांग यह भी रही कि दोनों कार्यालयों के कर्मचारियों के यात्रा भत्तों का भुगतान एक वर्ष से बकाया चल रहे हैं। विद्युत निगम के कर्मचारियों द्वारा अचानक हड़ताल पर चले जाने से निगम के सहायक अभियन्न्ता कार्यालय के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया गया, जिससे अधिकारियों को भी काम करने में परेशानी आई।
वहीं इस हड़ताल के बाद विद्युत बिलों की राशि जमा कराने आए उपभोक्ताओं को निराश होकर वापस लौट गए। निगम कर्मचारियों द्वारा हड़ताल किए जाने व मांगों पर उच्च अधिकारियों को सूचना देकर विभागीय कार्य ठप्प होने की जानकारी दी गई।
सूचना मिलते ही उच्चधिकारियों ने अधिकारियों ने इंसेटिव राशि का चेक काटने के निर्देश प्रदान किए गए। इसकी सूचना हड़ताली कर्मचारियो को दी गई। इंसेटिव राशि का चेक काटे जाने की जानकारी मिलने पर कर्मचारी हड़ताल समाप्त कर काम पर लौटने के बाद सभी ने राहत की सांस ली।
खातों में राशि हस्तान्तरित कर दी
सहायक अभियन्ता कदम विशिष्ट ने बताया कि मालपुरा व डिग्गी अनुभाग के कर्मचारियों ने लोस रिडक्शन का दिया लक्ष्य प्राप्त करने पर जयपुर विद्युत वितरण निगम की ओर से दोनों अनुभागों के कर्मचारियों को एक माह के वेतन के बराबर इंसेटव राशि का भुगतान दिए जाने के आदेश जारी हुए थे, लेकिन कु छ तकनीकी खामियों के चलते इस राशि का भुगतान होने में देरी हुई है।
उन्होंने हड़ताल व मांगों की जानकारी उच्चाधिकारियों को सूचना देकर आवश्यक दिशा निर्देश मांगे हैं। उच्चाधिकारियो की ओर से स्वीकृति मिलते ही इंसेटिव राशि का चेक आज ही काट कर कर्मचारियों के खातों में राशि हस्तान्तरित कर दी जाएगी।