यहां पर मिट्टी से बनी भगवान की मूर्तियां, खिलौने, घरेलू बर्तन व अन्य सजावटी सामान की कलाकृतियां शहरों में राजस्थानी हेंडीक्राफ्ट टेराकोटा के नाम से महशूर है। टेराकोटा कला राजस्थान की प्रसिद्ध हस्तकलाओं में से एक है।
पति से सीखा हुनर
राजस्थानी हेंडीक्राफ्ट टेराकोटा की मशहूर कलाकार निराज देवी ने बताया कि उसके पति मोहन लाल कुम्हार भी टेराकोटा के मशहूर कलाकार है। उनसे ही राजस्थानी हेंडीक्राफ्ट टेराकोटा का कार्य सीखा है।
विभिन्न राज्यों में है मांग
टेराकोटा की इन कलाकृतियों को देखकर विदेशी सेलानी भी आकर्षित हो जाते है।उन्होंने बताया कि मिट्टी से बनी विभिन्न कलाकृतियां का सामान राजस्थान के साथ बेंग्लूर, कर्नाटक, चेन्नई व दिल्ली के हाट बाजार में राजस्थानी टेराकोटा के नाम से बिकता है।विभिन्न राज्यों में लगने वाले मेलों में भी इनकी खूब बिक्री होती है।ए.स.