इस दौरान विधान से पूर्व गाजे बाजे के साथ भगवान शांतिनाथ के समक्ष निर्वाण लड्डू चढाऩे का सौभाग्य महेन्द्र कुमार, नरेन्द्र कुमार संघी को प्राप्त हुआ। पं. सुरेश शास्त्री के सान्निध्य में विधान विधान मण्डप पर पांच मंगल कलश की स्थापना की गई।
विधान में सभी श्रद्धालुओ ने भगवान शांतिनाथ का अभिषेक कर विधान की पूजा प्रारम्भ की। विधान में श्रद्धालुओ ने देव शास्त्र, गुरु, मूलनायक एवं शांतिनाथ भगवान की पूजा अर्चना कर शांति मण्डल विधान की विशेष पूजा अर्चना भक्ति भाव से की।
विधान में श्रद्धालुओ ने मण्डप पर 124 श्री फल समर्पित किए। इस अवसर पर सभी श्रद्धालुओ ने भगवान शांतिनाथ की आरती उतारकर दो दिवसीय कार्यक्रम का समापन किया गया।
पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव 17 जून से
देवली. पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव व जिनबिम्ब वेदी प्रतिष्ठा रथयात्रा एवं विश्व शांति महायज्ञ 17 जून से शुरू होगा।
महोत्सव समिति अध्यक्ष महावीर प्रसाद जैन ने बताया कि महोत्सव के तहत गत 30 मई को भूमि पूजन किया जा चुका है। उक्त पांच दिवसीय महोत्सव मुनि विश्रांत सागर के मार्गदर्शन व सान्निध्य में जहाजपुर रोड पर आयोजित होगा। इस दौरान पहले दिन 17 जून को गर्भकल्याणक, 18 को जन्मकल्याणक, 19 को दीक्षा कल्याणक, वेदी प्रतिष्ठा, 20 को ज्ञानकल्याणक व 21 जून को मोक्षकल्याणक होगा।
जबकि 14 जून सुबह 7 बजे नगर जिनालय दर्शन व 15 जून सुबह 8 बजे संत निवास का लोकार्पण होगा। इसी प्रकार 11 से 16 जून तक प्रतिदिन रात को णमोकार महामंत्र पठन, विनती व भजन आयोजित होंगे।
16 जून को शांतिनाथ मन्दिर से अयोध्या नगर तक जुलूस के रुप में सुबह 7 बजे प्रतिष्ठेय प्रतिमाओं की विदाई व दोपहर सवा 12 बजे से शाम 4 बजे तक भक्ति भाव के साथ अनुस्नान व भक्ति संगीत होगा। उधर, महोत्सव स्थल पर पाण्डाल निर्माण सहित तैयारियां शुरू हो चुकी है।