थानाप्रभारी नाहरसिंह मीणा ने बताया कि सोड़ा से पकड़े गए जमाती के बयानों के आधार पर घाड़ निवासी युवक के भी मरकज में जाने की पुष्टि हुई। पुलिस व चिकित्सा विभाग टीम युवक के घर पहुंची तो युवक व उसके परिजन टीम को मरकज में जाकर आने से मना करते रहे।
इसके बाद पुलिस की ओर से सख्ती दिखाने पर युवक ने मरकज में जाना कबूल किया। इसके बाद चिकित्सा विभाग टीम ने युवक को संदिग्ध मान टोंक के लिए रेफर कर दिया। चिकित्साकर्मियों ने बताया कि संदिग्ध युवक जयपुर में रहकर पढ़ाई कर रहा था।
युवक सोड़ा के एक साथी के साथ 19 मार्च को जयपुर से हजरत निजामुद्दीन ट्रेन में सवार होकर दिल्ली गए और मरकज में शामिल हुए। इसके बाद उसी दिन फतेहपुर बस स्टेण्ड से बस में सवार होकर 20 मार्च को जयपुर आ गए। इसके बाद युवक अपने किराए के कमरे में आ गया।
चिकित्साकर्मी ओमप्रकाश बैरवा ने बताया कि युवक के बाहर से लौटकर आने की सूचना मिली तो टीम कई बार उसके घर गई, लेकिन युवक के परिजन बार-बार टीम को बाहर से ही गुमराह कर युवक के बाहर से नहीं लौटने की बात को नकारते रहे।
वहीं इस दौरान युवक लापरवाही बरत अठारह दिनों तक कस्बे में घूमता रहा। इधर, घाड़ में जमाती मिलने की सूचना क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। घाड़ सहित दूनी व आस-पास के ग्रामीणों के चेहरों पर चिंता की लकीरें खिंचती नजर आने लगी है।