लोग पानी को बर्बाद करने के स्थान पर उसे कार्य में लेने लगे हैं। देशवासी इस अभियान से प्रेरणा लेकर जल बचाने का संकल्प ले तो पानी की कमी स्वत ही दूर हो जाएगी। अभियान के तहत महिलाएं व युवां सुबह सवेरे हाथों में फावड़े, तगारियां व कुदाल लेकर सरोवर में पहुंचे।
बाद में सरपंच सोलंकी ने श्रमदान की शुरूआत की। ओर देखते-देखते ही लोगों ने सरोवर में खुदाई शुरू कर मिट्टी को किनारे डालने लगे। कुछ देर बाद समाजसेवी विरेन्द्रसिंह सहित ग्रामीण भी वहा आ गए ओर अभियान को सफल बनाने को लेकर सरोवर में कचरा, पत्थर व झाडिय़ां हटाकर सफाई करने लगे।
इस दौरान भागीरथ बने युवाओं, महिलाओं व पुरूषों ने घंटों सरोवर की सफाई की। इस दौरान अचानक आसमान पर बादल छाने व ठंड़ी हवाएं चलने से मोसम ने भी भागीरथों का साथ दिया। इस दौरान सरपंच सोलंकी ने महिलाओं को अभियान की जानकारी देकर जल संरक्षण का महत्व समझाया। इस मौके पर घाड़ उपसरपंच मनीष शर्मा, धनराज कुमावत, प्रधान गुर्जर, बाबूलाल सेन, शिवजी कुमावत, नन्दकिशोर कुमावत, सोनू कुमावत सहित अन्य मौजूद थे।
सोन्दर्यीकरण का चल रहा है कार्य
उल्लेखनीय है जिले में ‘अमृतम् जलम’ अभियान की शुरूआत 13 मई को गैरोली सरोवर पर विशाल रूप में की गई थी। इसमें मुख्य अतिथि जिला प्रमुख सत्यनारायण चौधरी ने 60 लाख की लागत से सरोवर में सोन्दर्यीकरण सहित अन्य कार्य शुरू करवाने की बात कहने के बाद गत दिनों कार्य भी युद्ध स्तर पर शुरू किया जा चुका है। सरपंच सोलंकी ने बताया कि पत्रिका की पहल पर सरोवर पर सोन्दर्यीकरण का कार्य चल रहा है इसके तहत स्नान घाट, पशु घाट, पौधारोपण सहित सोन्दर्यीकरण का कार्य किया जाएगा।