टैक्स का जनता पर न पड़े भार
बजट में जनता को राहत देने के प्रयास करने चाहिए। वहीं अनावश्यक टैक्स से राहत मिले। बजट में टैक्स प्रक्रिया को सरल बनाकर इंस्पेक्ट रराज खत्म करना चाहिए। साथ ही अकारण दिए जाने वाले करोड़ो, अरबों रुपए के मुआवजा राशि को खत्म कर प्रदेश पर पडऩे वाले आर्थिक भार को कम करें।
व्यापारिक हितों की रक्षा हो
व्यापारिक दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर माल के क्रय व विक्रय में टैक्स कमी हो। वहीं सडक़ से वंचित गांवों, ढाणियों में सडक़ बनाकर ग्रामीणों को लाभान्वित करें। इसके अलावा आम बजट में उपखण्ड स्तर के अस्पतालों में सुविधा बढ़ानी चाहिए, ताकि आमजन को फायदा मिले।
नीरज जैन, व्यापारी, देवली।
बजट में सरकार को शिक्षा को रोजगार युक्त बनाने की घोषणा की जानी चाहिए। विद्यार्थियों के लिए ऐसी शिक्षा की व्यवस्था लागू हो, जिससे कि विद्यार्थी रोजगार स्वालम्बन हो सके न कि बेरोजगार। वहीं पेंशनर को मिलने वाली पेंशन की विसंगति दूर की घोषणा की बजट में होनी चाहिए।
रघुवीर सिंह शक्तावत, पेंशनर, देवली।
किसान हितैषी हो बजट
बजट अन्नदाता व किसान हितैषी होना चाहिए। किसानों को उपज की तुलाई का सही मूल्य मिले। वहीं किसानों को ऋण माफ किए जाने की घोषणा बजट में शामिल हो तो बेहतर होगा।
मुकेश मीणा, किसान।
सडक़ों का निर्माण हो
बजट में ऐसा प्रयास होना चाहिए कि गांवों के लोगों को शहर तक आने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। राजमार्ग से सटे गांवों के लिए लिंक रोड बनाए जाए। साथ ही सरकार को पीडि़तों को त्वरित न्याय मिले ऐसा प्रयास करना होगा।
सत्यनारायण धाकड़, अभिभाषक, देवली।
सुनील कुमावत, देवली
युवाओं का बजट में रखे ध्यान
बजट में शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण व पाठ्यक्रम रोजगार परख बनाने की घोषणा हो। साथ ही स्वास्थ्य सेवा में विस्तार के साथ युवाओं को ध्यान में रखकर नई नीति का निर्माण बजट में सम्मिलत करें। बजट में नीति बनाकर खाद्य व मकान की उपलब्धता के प्रयास करने चाहिए।
अंकित जैन डाबर, युवा।