गंदगी व कीचड़ के कारण लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा था। इससे परेशान ग्रामीणों ने 5-6 दिन पूर्व ही सरपंच रामजीलाल टेलर से मिलकर गांव में उचित सफाई व्यवस्था कराने की मांग की थी। सरपंच ने एक-दो दिन में नालियों की सफाई कराने का आश्वासन दिया था।
इससे लोगों ने सरपंच के आश्वासन पर भरोसा करते हुए नालियों की सफाई होने का विश्वास कर लिया, लेकिन चार दिन बाद भी जब न तो नालियों की सफाई हुई और न ही सडक़ों पर फैली गंदगी से ही निजात मिली। इससे परेशान होकर शुक्रवार को लोगों का आक्रोश फूट पड़ा।
बड़ी संख्या में लोग बस स्टैण्ड पर एकत्र होकर सरपंच के विरूद्व विरोध करने लगे। जीएसएस अध्यक्ष मंगलसिंह के नेतृत्व में रामचंद्र, देवीलाल, कानाराम, विकास, प्रीतम टेलर, देवेश लक्षकार आदि सहित बड़ी संख्या में लोगों ने सरपंच सहित पंचायत द्वारा सफाई व्यवस्था के प्रति बरती जा रही कोताही को मुद्दा बनाकर विरोध-प्रदर्शन करना प्रारम्भ कर दिया।
बड़ी संख्या में लोगों द्वारा किए जा रहे विरोध की जानकारी मिलने पर थानाधिकारी राधाकिशन मीणा भी किसी भी मय जाप्ता नगर गांव पहुंचे। लोगों ने बताया कि गांव से किशनगढ़ जाने वाले सडक़ मार्ग सहित पचेवर जाने वाले, खेजड़ो के मोहल्ले, भतीरों के मौहल्ले, हरिजनों के मौहल्ले, बस-स्टैण्ड सहित ग्राम पंचायत भवन के बाहर भी गंदगी फैली हुई थी।
इसके चलते कई बार तो लोग किशनगढ़ व पचेवर जाने वाले सडक़ मार्गों पर कई लोग वाहनों के फिसलने से घायल भी हो चुके है। थानाधिकारी मीणा के समक्ष ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए सरपंच रामजीलाल टेलर ने बताया कि पंचायत के पास सफाई के लिए बजट नहीं है।
नालियों की सफाई नहीं होने के कारण कीचड़ व गंदगी फैली है। सरपंच ने बताया कि अतिक्रण के कारण नाली निर्माण की स्वीकृति के बाद भी निर्माण नहीं हो पा रहा है। प्रशासनिक सहयोग के अभाव में अतिक्रमण नही हटने से यह समस्या आ रही है। यदि प्रशासन सहयोग दे तो नालियों का निर्माण हो जाने से गंदगी से निजात मिल जाएगी। सरपंच टेलर द्वारा दिए गए आश्वासन पर ग्रामीणों नेे विरोध प्रदर्शन को स्थगित कर दिया।