scriptvideo: बीसलपुर बांध को लेकर आई ये बड़ी खबर, प्रमुख शासन सचिव ने बांध का दौरा कर इस कारण उठाया ये कदम | PHED Chief Government Secretary visited Bisalpur Dam | Patrika News

video: बीसलपुर बांध को लेकर आई ये बड़ी खबर, प्रमुख शासन सचिव ने बांध का दौरा कर इस कारण उठाया ये कदम

locationटोंकPublished: Aug 31, 2018 10:36:55 am

Submitted by:

pawan sharma

बांध में भरे पानी को वाष्पीकरण व अन्य फिजुल खर्च होते पानी की रोकथाम के प्रयासों पर विस्तृत चर्चा की गई।

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राजमहल में बीसलपुर बांध पर चर्चा करते हुए पीएचईडी के मुख्य सचिव।

राजमहल. मानसून की बैरूखी के कारण बांध में पानी की आवक नगण्य रहने व आगामी कुछ ही महिनों बाद जयपुर व अजमेर सहित टोंक जिले में जलापूर्ति को लेकर मंडराते संकट से निजात दिलाने के लिए गुरुवार को जल स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के प्रमुख शासन सचिव रजत मिश्रा ने बीसलपुर बांध का दौरा किया।
इस दौरान मिश्रा ने बांध पर मौजूद परियोजना अधिकारियों व जल-संसाधन विभाग के अभियंताओं से बांध में भरे कुल पानी, जलभराव क्षेत्र में वर्तमान में पानी का भराव आदि की जानकारी ली। वही बांध में भरे पानी को वाष्पीकरण व अन्य फिजुल खर्च होते पानी की रोकथाम के प्रयासों पर विस्तृत चर्चा की गई।
इस दौरान बांध परियोजना के अधीक्षण अभियंता वीएस सागर, अधिशासी अभियंता आर सी कटारा, एईएन मनीष बंसल, पीएचईडी के सुरजपुरा फिल्टर प्लांट के सहायक अभियंता हर लाल सिंह सहित एलएण्डटी के इंजिनियरों सहित दर्जनों कर्मचारी मौजूद रहे।
अवैध सिंचाई पर कसेगा शिकंजा: वर्तमान में बांध में लगभग 7 से 8 हजार हैक्टेयर भूमि में पानी का भराव रह गया है। अवैध सिंचाई के लिए इंजन पम्प सैट व पाइप लाइनें भी बिछाई जाने लगी है। ऐसे में टोंक, भीलवाड़ा व अजमेर जिलों के कलेक्टरों की बैठक लेकर जलभराव में होती अवैध सिंचाई पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू होगी।
वाष्पीकरण से बचने के लिए लगाएंगे छतरियां
बीसलपुर बांध से वाष्पीकृत पानी की रोकथाम के लिए भी प्रमुख शासन सचिव ने अधिकारियों से चर्चा की। मिश्रा ने बताया कि बांध के अंदर मछली शिकार की नावों का इस्तेमाल कर उन पर छतरियां या तिरपाल लगाने की योजना पर अमल किया जाएगा, जिससे बांध से होते लगभग 2 टीएमसी वाष्पीकरण को कम किया जा सके। उल्लेखनीय है कि बांध में पांच सौ से अधिक नावों से मछली शिकार किया जा रहा है।
ट्यूबवैलों व करीबी दह के पानी पर चर्चा
प्रमुख शासन सचिव रजत मिश्रा ने बांध के पेटे में ट्यूबवैलों से जलापूर्ति व बांध के करीब पवित्र दह व शिलाबारी दह में भरे पानी से जलापूर्ति पर भी चर्चा की गई। हाल ही में बांध में लगभग 22 मीटर गहराई तक पानी भरा हुआ है।
वही पवित्र दह की गहराई 70 मीटर तक है, जिसमें भी पानी भरा है। पास ही स्थित शिलाबारी दह है, जिसका पानी नहीं सूखता है। ऐसे में इनका पानी भी काम में लिया जा सकता है आदि पर चर्चा की गई।

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