लोगों ने बताया कि दूसरे मोहल्ले के लोग भी हीरा चौक में ही कचरा डालने आते है। इसलिए एक कचरा पात्र कम पड़ता है। वार्ड के लोगों ने बताया कि कई जगहों पर पानी की लाइने लीकेज है इस कारण पानी व्यर्थ बहता रहता है। लोगों ने यह भी बताया कि क्षेत्र में कई लोगों के मवेशी सडक़ पर जमा रहते है। इस कारण दुर्घटनाओं को डर भी बना रहता है। वार्ड वासियों का कहना है कि वार्ड के कई इलाकों में खारा पानी होने से पेयजल की परेशानी है।
वार्ड के लोगों ने बाया कि निवाई दरवाजा से होकर अस्तल से छावनी की ओर वाले मार्ग पर सडक निर्माण करा दिया जाए तो शहर के लिए यह रास्ता बायपास का काम करेगा। पुरानी टोंक आने के लिए लोगों को घंटाघर व बमोर गेट आने व जाने में लगने वाला समय भी बचेगा। साथ ही शहर में यातायात को दबाब भी कम होगा।
अभी इस मार्ग के हालात ये है कि यहां से वाहन तो क्या लोग पैदल भी नही निकल सकते। लोगों ने चतुर्भुज में आ रहे गंदे पानी की निकासी पर रोक लगाने कह बात कही साथ ही तालाब में आए दिन लोगों द्वारा अतिक्रमण करने को प्रयास किया जाता है। ऐसे लोगों पर अभी तक कठोर कार्रवाई नहीं होने पर इनके हौंसले बुलन्द है।
एक साल में न तो कोई नाली न ही सडक बनी है, जबकि निवाई दरवाजा से अस्तल तक सडक़ की काफी पुरानी मांग है। क्योंकि यह सडक़ सीधी कई मोहल्लों को जोड़ती है। उन्होंने बताया कि चतुर्भुज तालाब के सौन्दर्यकरण की जरूरत है, जिसमे गंदे पानी के निकास को बंद करके उसके लिए अलग से व्यवस्था की जावे।
वार्ड में 8 काऊ कैचर की डिमांड की गई थी, जिसमे से तीन ही दिए है, वही 30 में से सिर्फ 6 ट्यूब लाइट ही लगाई गई है। इतना ही नही हीरा चौक इलाके में गुजरों व कोलियों के मोहहले में सार्वजनिक शौचालयों की जरूरत है, जिसके प्रस्ताव भी दिए थे लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पिछले बोर्ड में सामुदायिक भवन का फर्श पक्का किये जाने व पंचकुइयां दरवाजा से अस्तल तक सडक़ की स्वीकृति मिली थी, लेकिन उसकों भी निरस्त कर दिया गया है।
पूजा, वार्ड पार्षद
पूजा, वार्ड पार्षद