जबकि पंखें में भी चद्दर ओढऩे जैसे दिन इन दिनों होने चाहिए। वहीं दूसरी तरफ गत दिनों लगातार हुई बरसात के बाद अभी पड़ रही तेज धूप रबी की फसल के लिए फायदेमंद साबित होगी। रबी को लेकर किसान इन दिनों बुवाई में जुटे हैं।
ऐसे में किसानों को खेतों में पानी सूखा, लेकिन मिट्टी में नमी चाहिए। वो इन दिनों खेतों में है। इसके चलते कृषि विभाग का मानना है कि जिले में सरसों की बम्पर पैदावार होगी। वहीं किसानों को सिंचाई की जरूरत कम होगी।
शनिवार को तामान को 33, 17 को 35, 18 को 33, 19 को 33 तथा 20 अक्टूबर को 33 डिग्री तापमान रहेगा। ऐसे में गर्मी का अहसास अभी अक्टूबर महीने के अंत रहेगा। नवम्बर के महीने में सर्दी का अहसास होगा। हालांकि देर रात और तड़के वाहन पर चलने के दौरान गुलाबी सर्दी का अहसास होने लगा है, लेकिन अभी हवा में गर्मी है।
बुवाई करनी चाहिए शुरू
कृषि विस्तार विभाग के सहायक निदेशक दिनेश कुमार बैरवा ने बताया कि अभी खेतों की हकाई-जुताई कर खेत तैयार किए जा रहे हैं। साथ ही किसानों को सरसों की बुवाई की तैयारी करनी चाहिए।
इसके लिए उर्वरक को बुवाई से पहले खेत में प्रयोग करना चाहिए। जिस खेत में बहुत अधिक गीला नहीं होकर आसानी से बुवाई की जा सकती है वहां पर बुवाई शुरू कर देनी चाहिए।
जिले में करीब 3 लाख 98 हजार 700 हैक्टेयर में रबी बुवाई का लक्ष्य रखा गया है। सरसों का लक्ष्य 2 लाख 55 हजार हैक्टेयर है, लेकिन कृषि विभाग को उम्मीद है कि सरसों की बुवाई करीब 3 लाख हैक्टेयर में होगी। कृषि विभाग के मुताबिक जिले में गेहूं 42000, जौ 500, चना 85000, सरसों 255000, अन्य दलहन 1700 समेत अन्य फसलों की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है।