वर्तमान में 8 ही कर्मचारी लैब में काम कर रहे है।टोंक सआदत अस्पताल में स्थिति लैब के लिए पूर्व में तीन सीनियर टेक्नीशियन असिस्टेन्ट (एसटीए), तीन तकनीकी सहायक(टीए), सात सीनियर लैब टेक्नीशियन (एसएलटी) व तीन लैब टेक्नीशियन (एलटी) सहित अस्पताल के अधिन आने वाले शहर के चार अन्य स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए चार सीनियर लैब टेक्नीशियन (एसएलटी)के पद स्वीकृत है।
सरकार की ओर से इनमें से 10 पदों को खत्म कर दिया गया है। साथ ही दो को प्रतिनियुक्ति पर लगाया हुआ है, जिसमें से एक को मालपुरा व एक को सआदत अस्पताल कार्यालय में लगाया हुआ है। इस कारण अब लैब में 20 में से मात्र 10 ही कर्मचारी काम कर रहे है, जबकि वर्तमान में लैब के सफल संचालन के लिए कम से कम 30 पदों की स्वीकृति की आवश्यकता हो रही है।
यह पद हुए समाप्त
सआदत अस्पताल टोंक में वर्तमान में सीनियर टेक्नीशियन असीस्टेन्ट (एसटीए)के तीन में से दो, तकनीकी सहायक (टीए) के तीन में से दो व सीनियर लैब टेक्नीशियन (एसएलटी) के सात में से पांच पद खत्म कर दिए गए है।जिले में एक ही है ब्लड बैंक जिले में सिर्फ एक ही ब्लड बैंक सआदत अस्पताल टोंक में स्थित है।
यहां पर 24 घंटे आपातकालीन सेवाएं होने के कारण कम स्टॉफ होने के कारण लैब के सफल संचालन में परेशानियां आ रही है। सूत्रों की माने तो लैब में ओसतन प्रतिदिन 20 यूनिट रक्त का आदान प्रदान होता है। इसके अलावा शहर व जिले भर में होने वाले रक्तदान कैम्पों के आयोजन होने पर लैब में काम प्रभावित होता है। अगर स्टॉफ में बढ़ोतरी हो तो ब्लड़ बैंक का 24 घण्टे संचालन किया जा सकता है।
27 साल बाद भी नहीं बढ़़ा दायरा सआदत अस्पताल में 1996 में ब्लड बैंक की स्थानपा हुई थी। उस समय असपताल में 150 बेड थे। समय के अनुसार अस्पताल भवन व अन्य सुविधाओं का विस्तार होता गया, लेकिन 27 साल बाद भी ब्लड बैंक आज भी अपनी पुरानी जगह पर ही संचालित है। जो वर्तमान में अस्पताल के विस्तार ओर सुविधाओं में हो रही बढ़ोतरी व बढ़ते मरीजों के भार के कारण छोटा पडऩे लगा है।
पांच लैब है संचालित
जिला मुख्यालय पर सआदत अस्पताल के अधिन ब्लड बैंक सहित पांच लेब संचालित है, जिनमें जनाना अस्पताल में एक लैब, सआदत अस्पताल में एक आरटीपीसीआर , सेम्पल संग्रहण केन्द्र, प्रयोग शाला व एक ब्लड बैंक संचालित है।
अस्पताल में संचालित ब्लड बैंक व अन्य प्रयोगशालाओं में अभी टेक्नीशियनों की कमी है। काम प्रभावित ना हो इसके लिए संविदा पर कर्मचारियों को लगाया हुआ है।
– डॉ बीएल मीणा, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, सआदत अस्पताल टोंक