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निजी लैब टेक्नीशियन ने कलक्ट्रेट में किया प्रदर्शन, नियमों में शिथिलता की मांग का सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन

locationटोंकPublished: Aug 07, 2019 07:54:01 pm

Submitted by:

pawan sharma

Rajasthan Paramedical Council राजस्थान पैरामेडिकल काउंसिल के नियमों में शिथिलता करने को लेकर जिले के निजी लैब टेक्नीशियनों ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया।

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निजी लैब टेक्नीशियन ने कलक्ट्रेट में किया प्रदर्शन, नियमों में शिथिलता की मांग का सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन

टोंक. राजस्थान पैरामेडिकल काउंसिल के नियमों में शिथिलता करने को लेकर जिले के निजी लैब टेक्नीशियनों ने मंगलवार को कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर मांगों का निस्तारण करने को कहा। ये ज्ञापन राजस्थान एसोसिएशन ऑफ एलाइड हैल्थ प्रोफेशनल टेक्नोलॉजिस्ट शाखा की ओर से किया गया।
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शाखा के जिलाध्यक्ष नईमुद्दीन अपोलो ने बताया कि राजस्थान पैरा मेडिकल काउंसिल की स्थापना वर्ष2014 में हुई थी। इसके गठन के बाद प्रदेश में पैरामेडिकल टेक्नशियनों को पंजीकरण कराना अनिवार्य किया गया, लेकिन इससे पहले पंजीकरण के सम्बन्ध में कोईआदेश नहीं थे।
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ऐसे में इससे पहले डिग्ग्री तथा डिप्लोमा लेने वालों का पंजीकरण अमान्य बताया जा रहा है। जबकि वे गांवों व शहरों में कार्यकर परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं। प्रदेश में इनकी संख्या करीब 30 हजार है। ऐसे में ऐसे 30 हजार परिवारों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो जाएगा।
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ऐसे में उन्होंने पैरामेडिकल काउसिंल के अस्तित्व में आने से पहले के सभी संस्थानों से डिप्लोमा धारियों को मान्यता देकर पंजीकृत करने, बेसिक लैब में टेक्नीशियन की अेर से किए गए कार्यों की रिपोर्ट पर टेक्नीशियन को ही हस्ताक्षर करने का अधिकार तथा बेसिक लैब में एमबीबीएस की अनिवार्यता खत्म करने की मांग की है। इस दौरान शमशाद, रमेश चंद, संजय सैनी, राजेश चावला, घनश्याम मेहरा, महेन्द्र आदि शामिल थे।

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