देवली. शहर व ग्रामीण क्षेत्र में रक्षाबंधन का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाईयों ने भी बहनों को उनके मान व सुरक्षा का वचन दिया। इससे पहले सुबह गृहणियों ने मातृ-पितृ भक्त श्रवण कुमार की पूजा की। सुबह 9 बजे बाद से घरों में राखियां बांधी गई।
टोडारायसिंह. कस्बे समेत ग्रामीण क्षेत्र में रविवार को रक्षाबंधन का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बहनों ने भाइयों के तिलक वंदन कर कलाई के राखी बांधी तथा मुंह मीठा करा दीर्घायु व सुरक्षा की कामना की। इधर, भाइयों ने बहनों को उपहार भेंट किया। इसी प्रकार मोर, कूकड़़, बावड़ी, हमीरपुर, खरेड़ा, बासेड़ा, भासू, दतोब, संवारिया, उनियाराखुर्द, बोटून्दा आदि मौजूद थे।
पलाई (उनियारा). रक्षाबन्धन का त्योहार में बड़ी धूमधाम से मनाया गया। पण्डित बालकृष्ण षर्मा ने बताया कि बहनों ने भाइयों की कलाई पर सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त के बीच रक्षाबन्धन का अनुष्ठान कर रक्षा सूत्र बांधे।।
निवाई. उपखण्ड सहित शहर में रविवार को रक्षा बंधन पर्व मनाया गया। इस दौरान बाजार में राखी एवं मिठाइयों की जमकर खरीदारी हुई। परिवहन निगम की बसों, ट्रेनों एवं निजी वाहनों में भीड़ रही। इस दौरान चालकों ने सवारियों को वाहनों की छत पर बिठाकर जोखिम भरी यात्रा करा रहे थे। इसी प्रकार वनस्थली विद्यापीठ की छात्राएंं भी रक्षा बंधन पर्व पर भाइयों के राखी बांधने के लिए छुट्टी पर रही।
बंथली. राखी का पर्व क्षेत्र में मनाया गया। बहनों ने भाईयों की कलाई पर राखी बाधंकर रक्षा का वचन लिया। भाईयों ने उन्हें आशीर्वाद के रूप में तोहफा दिया। क्षेत्र के घाड़, बंथली, देवड़ावास, भरनी, सरोली, जूनिया, धुवांकला, चंदवाड़, आवां, कनवाड़ा, बडा़ेली सहित अन्य कस्बों-गावों में राखी का पर्व मनाया।
लाम्बाहरिसिंह. बहन-भाई के स्नेह व प्रेम का प्रतीक रक्षा बंधन त्योहार हर्षोल्लास से मनाया गया। ग्रामीणों ने मंदिरों में पूजन कर रक्षा-सूत्र चढ़ायाा। रोडवेज बसों में यात्री भार अधिक होने से यात्रियों को जान जोखिम में डाल बसों की छतों पर यात्रा करने पर मजबूर होना पड़ा।