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चार साल बाद मिला मुआवजा.. वो भी ऊंट के मुंह में जीरा

locationटोंकPublished: Feb 26, 2020 04:50:44 pm

Submitted by:

pawan sharma

2015-16 में उपखण्ड क्षेत्र के 63 गांवों में शीतलहर से फसलों में हुए नुकसान का राज्य सरकार को 15 हजार 167 किसानो के 14 करोड 25 लाख 71 हजार 263 रुपए के मुआवजे के लिए प्रस्ताव की सूचियां भेजी गई थी।
 

चार साल बाद मिला मुआवजा.. वो भी ऊंट के मुंह में जीरा

चार साल बाद मिला मुआवजा.. वो भी ऊंट के मुंह में जीरा

मालपुरा. उपखण्ड क्षेत्र में वर्ष 2015-16 में शीतलहर से 63 गांवों में 15 हजार 167 किसानों को हुए फसलों में नुकसान का आंकलन राज्य सरकार के आदेशानुसार किया जाकर 14 करोड 25 लाख 71 हजार 263 रुपए के मुआवजे का प्रस्ताव तैयार कर तहसील कार्यालय द्वारा राज्य सरकार को भेजा गया था जिसमें से 34 गांवों के 2 हजार 677 किसानों के 3 करोड 46 लाख 36 हजार 262 रुपए का भुगतान अब तक किसानों को ऑनलाईन किया गया है।

तहसीलदार अनिल चौधरी ने बताया कि वर्ष 2015-16 में उपखण्ड क्षेत्र के 63 गांवों में शीतलहर से फसलों में हुए नुकसान का राज्य सरकार को 15 हजार 167 किसानो के 14 करोड 25 लाख 71 हजार 263 रुपए के मुआवजे के लिए प्रस्ताव की सूचियां भेजी गई थी। जिनमें से सीतापुरा, बीड गनवर, बिलेडा, सैलसागर, सनोदिया, थडी, खेडा कुम्भालाव, आखतडी, अजीतपुरा, अरनियां उर्फ रामसिंहपुरा, आसनजोगियान, माधवनगर, पचेवर, फूलमालियान, राजपुरा बास पचेवर, रामपुराबास गनवर, रतनपुरा, शंकर पुरा, सूरसागर, अम्बापुरा, सुवादियाडी, तुंदेडा, आमली चारणान, बाघपुरा, बापडूंदा, बरोल, देवल, घासीपुरा, गुलाबपुरा, हनुतियां, कुम्हारियां, लडी, लाम्याजुनारदार, प्रतापपुरा एवं संग्रामपुरा के 1 हजार 91 लघु सीमांत कृषको के 66 लाख 67 हजार 241 रुपए एवं अन्य 1 हजार 586 किसानो के 2 करोड 79 लाख 69 हजार 21 रुपए का मुआवजा स्वीकृत होने पर सभी किसानों के खातों में ऑनलाईन भुगतान किया गया है।
वहीं शेष किसानों का बजट आने पर ही भुगतान सम्भव होगा। उन्होने बताया कि वर्ष 2019 में उपखण्ड क्षेत्र में अतिवृष्टी से 27 गांवों के 13 हजार 200 किसानों के नुकसान का आंकलन किया गया है जिसमें 3 करोड 78 लाख 69 हजार 600 रुपए के प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को मुआवजे के लिए भेजे गए है।

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