भविष्य में कोरोना गांव को छू भी नहीं पाए, इसके लिए गांव के लोग व सरकारी कर्मचारी व पंचायत प्रशासन अभी भी सजग बना हुआ है। शुरुआत में तो जिले मुख्यालय पर कोरोना विस्फोट से ग्रामीण सहम उठे थे ,लेकिन फिर धीरे-धीरे मीडिया, सोशल मीडिया के जरिए लोगों में जागरुकता आई।
लोगों ने कोरोना से डरने की बजाए सजगता का सहारा लिया। कोरोना से बचाव के लिए मास्क अनिवार्यता, सोशल डिस्टेंसिंग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाया। ग्राम पंचायत के सरपंच, उपसरपंच, वार्ड पंच, ग्राम विकास अधिकारी, बीएलओ, शिक्षक, स्वास्थ्यकर्मी, आंगनबाड़ी कार्मिकों ने ग्राम पंचायत को कोरोना से मुक्त रखने व लोगों को जागरुक करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कोरोना वायरस को लेकर पंचायत कार्यालय पर कंट्रोल रूम बनाकर चिकित्सा कर्मियों, शिक्षक,आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की अलग-अलग टीमें बनाकर एवं गांवों को सेनेटाइज करवाकर कोरोना वायरस से बचाया। ग्राम पंचायत के सभी राजस्व गांवों में सजगता से काम किए, जिससे गांव कोरोना वायरस से अभी तक मुक्त है।
संपत कंवर, सरपंच, ग्राम पंचायत जवाली