उन्होंने कहा कि जल ही जीवन है। जल के बिना जीवन सम्भव नहीं है। राठौड़ ने कहा कि खेती में कीटनाशक दवाइयों के बढ़ते प्रयोग व धरती में उत्पादन क्षमता कम होती जा रही है। उन्होनें किसानों को जैविक खेती का प्रयोग करने पर जोर दिया। विधायक कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि प्रकृति के साथ छेड़छाड़ पर पृथ्वी का विनाश सम्भव है।
जल, जंगल, जमीन के साथ-साथ पशु-पक्षियों के संरक्षण की भी आवश्यकता है। समारोह को प्रधान सरोज चौधरी, नवल सिंह, समिति संरक्षक संग्राम सिंह, टोडारायसिंह प्रधान शीला मीणा, पालिकाध्यक्ष संत कुमार जैन ने भी सम्बोधित करते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा।
समारोह में जल संरक्षण व वृक्षारोपण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर राजसमन्द जिले के पिपलान्त्री गांव के श्याम सुन्दर पालीवाल को मेवाड़ रत्न व डिग्गी के दामोदरपुरा निवासी कैलाश चंद जाट व ग्राम पंचायत नगर को ढूंढाड़ रत्न से सम्मानित किया गया। लक्ष्मण सिंह ने संस्था के द्वारा जल संरक्षण व चरागाह विकास के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। कार्यक्रम में डीआर रूपचन्द, पचेवर सरपंच घनश्याम गुर्जर, सिन्धौलिया सरपंच कन्हैयालाल मौजूद थे।
सौंपा ज्ञापन
पंचायत राज मंत्रालयिक कर्मचारी संगठन के जयनारायण जाट के नेतृत्व में मंत्री को 11 सूत्री मांग पत्र सौंपकर मांगों को पूरा करने की मांग की गई। मांगों को लेकर सरकार से पूर्व में समझौता होने के बावजूद मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मनरेगा कार्मिक संघ की ओर से मनरेगा योजना के तहत कार्यरत्त संविदाकर्मियों को नियमित करने की मांग की।
पंचायत राज मंत्रालयिक कर्मचारी संगठन के जयनारायण जाट के नेतृत्व में मंत्री को 11 सूत्री मांग पत्र सौंपकर मांगों को पूरा करने की मांग की गई। मांगों को लेकर सरकार से पूर्व में समझौता होने के बावजूद मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मनरेगा कार्मिक संघ की ओर से मनरेगा योजना के तहत कार्यरत्त संविदाकर्मियों को नियमित करने की मांग की।