इस दौरान स्वयं सेवकों ने समूह बनाकर इनकी परवरिश करने की जिम्मेदारियां भी ली। समूह के अंशुल शर्मा ने बताया कि आवां- दूनी और चांदली मार्ग पर लगाए गए पौधे भीषण गर्मी से झुलसने के साथ पानी की कमी से सूखते जा रहे हैं। इनको अमृत पिलाने के काम मे मदद करने का निर्णय लिया गया है।
सत्यनारायण सैनी, इस्लाम खान, मनोज बलाई, अक्षय योगी ने बताया कि हरित आवां के तहत कस्बे के अखनेश्वर परिसर, घांटी के देवनारायण ओर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर 21 पौधे रोपने के दायित्व सौंपे गए हैं।
स्वयं सेवक रमेश शेरवाल, प्रमोद गुगलिया, सुरेन्द्र वर्मा ओर नरेश चौपदार के अनुसार रेगर समाज की नाडी के पौधों की देख भाल करने को भी प्राथमिकता से लिया गया है। सुरेन्द्र सिंह नरूका, पुरुषोत्तम स्वर्णकार, गोविन्द सेन ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों के कर्मचारियों के साथ साथ कस्बे के अखनेश्वर, राजकलेश्वर, सुदर्शनोदय तीर्थ सहित तेजाजी के चौक और खलियानों के बालाजी की समितियों काभी पौधों के संरक्षण के पूनीत कार्य मे सहयोग लिया जाएगा।
फारूक अली, परवेज हसन, नवाब खान, धनराज सिंह, हिमांशु ,मुकेश गुर्जर सहित लगभग तीन दर्जन प्रकृति पे्रमियों ने भी बैठक मे अपने विचार रख इसके लिए जन जागृति की जरूरत बताई। समूह की आगामी बैठक 17 जून को रखी गई है।
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