मरम्मत के अभाव में इन सडक़ों से गिट्टी व मिट्टी निकल गई। वहीं दर्जनों स्थानों पर गहरे गड्ढे हो गए। इससे शहरवासियों को आवागमन में परेशानी हो रही है। इसी के मद्देनजर पालिका प्रशासन ने गत दिनों डामरीकरण के करीब एक करोड़ के टेण्डर पारित किए थे।
इसका
काम वार्ड 17 से शुरू कर दिया गया है। इसके बाद बारी-बारी से सभी वार्डों की सडक़ों का डामरीकरण किया जाएगा। पालिकाध्यक्ष ने कहा कि क्षतिग्रस्त सडक़ों पर डामरीकरण होने से शहरवासियों को सुविधा होगी। उन्होंने ठेकेदार को गुणवत्तापूर्ण काम करने के निर्देश दिए। इस दौरान पालिका उपाध्यक्ष जितेन्द्र चौधरी, पार्षद आर. पी. धाकड़, बुद्धिप्रकाश साहू, शिवराज मीणा, भाजपा नेता संजय जैन, विकास बंसल, कनिष्ठ अभियंता चन्द्रप्रकाश चौधरी आदि थे।
प्रशासन ने सुध लीआवां. चांदसिंहपुरा पंचायत मुख्यालय पर धार्मिक स्थलों और विद्या
मंदिर की जोखिम भरी राह की आखिर पंचायत प्रशासन ने सुध ले ली है। दूनी की ओर जाने वाली सडक़ के तेजाजी के मोड़ पर क्षतिग्रस्त नाले की मरम्मत कर नई पुलिया बनाई जा रही है। शुक्रवार को काम अन्तिम चरण में था। इसे नए सिरे से ढकने की कार्रवाई अमल मे लाए जाने से लोगों को आवाजाही में सुविधा मिलेगी।
गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका के अंकों मे इस समस्या को प्रमुखता से प्रकाशित करने के बाद प्रशासन नींद से जागा है। ग्रामीणों की इस नाले पर नई पुलिया बनाने की मांग उठती रही है। उच्च माध्यमिक विद्यालय होने से पढऩे वाले मासूमों के इस में गिर चोटिल होने की घटनाओं से अभिभावक भयभीत और नाराज थे।
ग्राम के नोरतमल जांगिड़, बलबीर सैन, राकेश गुर्जर, पूजा गुर्जर, अलका गुर्जर, नीतू गुर्जर, सुनील प्रजापत, कविता गुर्जर,अशोक लालावत आदि ने बताया कि रास्ते पर विद्या मंदिर के साथ तेजाजी, भगवान देवनारायण, घांस भैरूं सहित पथवारी के धार्मिक स्थल होने से विद्यार्थियों, श्रद्धालुओं के साथ आमजन की आवाजाही बनी रहती है। ग्रामीणों ने जनसरोकार से जुड़े कार्य में जागृति लाने के लिए पत्रिका का आभार जताया है।