टोंक

रोडेवजकर्मियों ने जाहिर की नाराजगी, बोनस दिलवाने ओर अवैध संचालन को बंद करवाने की मांग को लेकर दिया धरना

रोडवेज की भूमि बेचने, कर्मचारियों को बोनस नहीं देने, महंगाई भत्तों, एरियर आदि का लाभ नहीं देने से रोडेवजकर्मियों में नाराजगी है।
 

टोंकDec 20, 2017 / 02:23 pm

pawan sharma

टोंक के बस स्टैण्ड पर धरना देते रोडवेजकर्मी।

टोंक. रोडवेज बचाने की मांग को लेकर रोडवेज से जुड़े श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चे की ओर से मंगलवार को दो दिवसीय धरना शुरू हुआ। कर्मचारियों ने बताया कि रोडवेज की भूमि बेचने, कर्मचारियों को बोनस नहीं देने, महंगाई भत्तों, एरियर आदि का लाभ नहीं देने से रोडेवजकर्मियों में नाराजगी है।
 


कर्मचारियों ने बताया कि परिवहन मंत्री की अध्यक्षता में हुए समझौते के बावजूद अवैध वाहनों के संचालन पर रोक नहीं लग पा रही। इससे रोडवेज का राजस्व की चपत लग रही है। इसको लेकर दो दिवसीय धरना दिया गया।
 

 

धरने में पहले दिन कल्याण समिति के सेवानिवृत्त कर्मचारी राधेश्याम मीना, रोडवेज इन्टक के जिलाध्यक्ष अशफाक मोहम्मद, अब्दुल हलीम, मोहम्मद रईस, मोहम्मद हसन, बनवारीलाल, भंवरलाल, लादूराम जाट, मोहम्मद उमर, पुष्पेन्द्र शर्मा, मोहम्मद सलीम व राजेन्द्र कुमार शर्मा धरने पर बैठे।
 


समाज का किया जाएगा एकीकरण
टोंक. देशभर में बिखरे हुए धोबी समाज को एक किया जाएगा। इसकी मुहिम युवाओं ने छेड़ दी है। ये बात राजस्थान धोबी समाज एकीकरण संघ के संयोजक प्रभु बाड़ोलिया ने सोमवार को चतुर्भुज तालाब स्थित समाज के मंदिर से निकाली गई यात्रा के दौरान कही।
 


उन्होंने कहा कि समाज कई समितियों तथा मतों में बंटा हुआ है। उन्हें एक किया जाएगा। इसके लिए जागृति यात्रा निकाली जा रही है। टोंक से निकाली गई यात्रा को विधायक अजीत मेहता ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। विधायक मेहता ने कहा कि एकता के बिना विकास सम्भव नहीं है।
 

 

देश में धोबी समाज बहुत बड़ा है, लेकिन अलग-अलग बंटा होने से राजनीति समेत अन्य क्षेत्रों में पिछड़ रहा है। ये एक हो गया तो विकास की दौड़ में सबसे आगे हो जाएगा। प्रभु बाड़ोलिया ने बताया कि समाज को देशभर में विभिन्न नामों से जाना जाता है।
 

 

उन्हें एक किया जाएगा। प्रदेशभर में भी लोग कई संगठनों से जुड़े हैं। सबको एक कर एक ही संगठन बनाया जाएगा। ताकि पूरा समाज एक जाजम पर बैठकर विकास की ओर तेजी से बढ़ सके। यात्रा में युवा बाइक पर थे।
 

 

बइक यात्रा चतुर्भुुज तालाब से रवाना होकर पंचकुइया दरवाजा, सब्जी मंडी, घंटाघर तथा पटेल सर्किल पहुंच कर विर्सिजित हुई।इस दौरान अध्यक्ष सीताराम नारनोलिया, गोपाल कंडावरिया, हेमराज, प्रहलाद, विक्रम, राजेश बाड़ोलिया, अनील कटमूरिया, लोकेश आदि मौजूद थे।
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