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वेदान्त सत्संग में संतों का किया सम्मान, रात भर चले सत्संग में बही धर्म की बयार

locationटोंकPublished: Jan 17, 2020 04:59:13 pm

Submitted by:

pawan sharma

रामदेव मन्दिर परिसर में विजयराम के सानिध्य में सत्संग का आयोजन किया गया। जहां रात भर संतों व ब्रहम्चार्यों द्वारा प्रवचन देते हुए संत मनिषदास ने कहा कि मनुष्य को हमेशा रामनाम का जप करते रहना चाहिए।

वेदान्त सत्संग में संतों का किया सम्मान, रात भर चले सत्संग में बही धर्म की बयार

वेदान्त सत्संग में संतों का किया सम्मान, रात भर चले सत्संग में बही धर्म की बयार

पचेवर. कस्बे के रामदेव मन्दिर परिसर में विजयराम के सानिध्य में सत्संग का आयोजन किया गया। जहां रात भर संतों व ब्रहम्चार्यों द्वारा प्रवचन देते हुए संत मनिषदास ने कहा कि मनुष्य को हमेशा रामनाम का जप करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि मनुष्य को एक गुरू जरूर बनाना चाहिए वैसे तो मनुष्य का प्रथम गुरू मां होती हैं, फिर भी भवसागर से पार गुरू के बिना असंभव हैं।
इस मौके पर आए चन्द्रभूषण वास्तव कचरोदा, उचितदास, ज्ञानाराम, लछमाबाई, रामचन्द्र निरंजन,रतनदास सहित अन्य संतों व आचार्यों ने उपस्थित श्रद्वालुओं के समक्ष गुरू महिमा,भक्ति महिमा,भजन वाणी के माध्यम से ब्रहमा्निष्ठ के अदे्त स्वरूप पर चर्चा करते हुए आत्मा-परमात्मा के बारे में चर्चा की।
इस दौरान संतों व आचार्यों का ग्रामवासियों ने स्वागत-सम्मान किया। मंच संचालन ओमप्रकाश सालोदिया ने किया। इस मौके पर ब्लॉक कांगे्रस अध्यक्ष रामदेव बैरवा, पूर्व सरपंच घनश्याम, पूर्व वार्ड पंच कैलाश दरोगा, अंशु भदादा, किशनलाल सालोदिया, सत्यनारायण साहू, ओमप्रकाश रैगर सहित सैंकड़ों श्रद्वालु व ग्रामवासी उपस्थित रहे।
आचार्य ने किया मंगल प्रवेश, स्वागत में उमड़े श्रद्धालु
निवाई. आचार्य ज्ञानसागर का 20 साल बाद गाजे-बाजे के साथ मंगल प्रवेश हुआ। विमल जौला ने बताया कि आचार्य ज्ञानसागर का इण्डियन बैंक के पास जैन समाज के लोगों ने अगवानी कर जुलूस निकाला। राधा दामोदर कुंड पर मुनि कंचन सागर का मिलन हुआ। इसके बाद जुलूस नंसिया मंदिर होता हुआ। सर्राफ ा बाजार पहुंचा।
जहां पूर्व मुख्य सचेतक महावीरप्रसाद जैन और जितेंद्र जैन ने आचार्य का चरण प्रक्षालन किया। इसके बाद जुलूस बिचला जैन मंदिर पर सरावगी समाज के मंत्री शिखरचन्द काला व रमेश संघी ने चरण प्रक्षालन कर आचार्य की अगवानी की। जुलूस सब्जी मंडी होता हुआ दिगम्बर जैन बड़ा मंदिर पहुंचा, जहां आचार्य ने भगवान पाŸवनाथ व चन्द्रप्रभु के दर्शन किए।
तत्पश्चात जुलूस बड़ा बाजार, अहिंसा सर्कल होता हुआ जैन नसियां मंदिर स्थित संत निवास पहुंचा। इस दौरान विशुद्ध वर्दिनी महिला मंडल, णमोकार महिला मंडल, जिनवाणी महिला मंडल, पाŸवनाथ महिला मंडल ने आचार्य की आरती कर स्वागत किया। धर्म सभा को संबोधित करते हुए आचार्य ज्ञानसागर महाराज ने कहा कि युवकों को अगर सही दिशा बोध मिले तो वह बहुत कुछ कर सकते हैं, जिस समाज में वृद्धों का होश व युवकों का जोश रहता है। वह समाज उत्थान कर नये मापदंड स्थापित करता हैं।

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