Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

राजस्थान के सरपंच ने दूसरे राज्य में छोड़ी छाप, इस ग्राम पंचायत के विकास मॉडल को अपनाएगा महाराष्ट्र

राजस्थान की इस ग्राम पंचायत के विकास मॉडल को महाराष्ट्र के चार जिले अपनाएंगे।

less than 1 minute read
Google source verification

Tonk News: टोंक जिले के आवां ग्राम पंचायत के विकास कार्यों से प्रभावित होकर यहां के विकास मॉडल को महाराष्ट्र के नागपुर, वर्धा, भंडारा और गोंदिया जिले अपनाएंगे। यह जानकारी सोमवार सुबह महाराष्ट्र से आए इन चार जिलों के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के 50 सदस्यीय दल ने पत्रकारों को दी।

महाराष्ट्र सरकार के इस दल की ओर से वर्धा जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्ञानदा लिंगेश्वर फणसे ने कहा कि सरपंच दिव्यांश भारद्वाज की सोच अच्छी है।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की ग्राम पंचायतों में भी ऐसे सुंदर, यूनिक और उपयोगी काम नहीं हैं। वहां ऐसे हैरिटेज पंचायत भवन, हैरिटेज लुक का श्मशान घाट, वातानुकूलित पुस्तकालय, मैरिज गार्डन और महिला घाट बनाएंगे। उन्होंने कहा सरपंच दिव्यांश एम भारद्वाज को महाराष्ट्र बुलाएंगे ताकि वे वहां के सरपंचों को विकास के बारे में समझा सकें।

सरपंच दिव्यांश भारद्वाज ने आवां ग्राम पंचायत में पुस्तकालय के लिए एक कमरा निशुल्क उपलब्ध करवाया है। इस पुस्तकालय में प्रतियोगी परीक्षाओं के अतिरिक्त कला, साहित्य, इतिहास, धर्म से सम्बंधित पुस्तकें हैं, जिनका लाभ पूरा गांव उठा रहा है। यहां आने वाले पाठकों के लिए सभी सुविधाएं मुफ्त हैं। अब धीरे-धीरे पुस्तकालय में पाठकों की संख्या लगातार बढ़ने लगी है।

यह भी पढ़ें : राजस्थान में स्कूलों की छुट्टी के बाद बच्चों के लिए आ गई एक और खुशखबरी