अधिकरण ने यह आदेश डिग्गी की राजकीय संस्कृत उच्च प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका नंदकवर द्वारा एडवोकेट लक्ष्मीकांत शर्मा मालपुरा के जरिये दायर की गई अपील पर प्रारम्भिक सुनवाई करते हुए दिए है। अपील में बताया गया है राज्य के संस्कृत शिक्षा निदेशक ने 10 फरवरी को करीब 300 शिक्षकों के तबादले प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र में कर दिए, जिसे अपील में यह कहते हुए चुनोती दी गई है कि तृतीय श्रेणी के शिक्षकों का 700 किलोमीटर दूर तबादला किया जाना न्यायोचित नहीं है क्योंकि जिलें में ही कई संस्कृत शिक्षकों के पद रिक्त है, अगर समायोजन ही करना है तो उन्हें जिलेे में ही पदस्थापित किया जाए।
अधिकरण ने सुनवाई के बाद सरकार से 20 फरवरी तक मामले में स्थिति स्पष्ट करने के सरकारी वकील को निर्देश दिए है। सुनवाई के दौरान संस्कृत शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी अधिकरण में मौजूद थे।
गन्दगी नहीं फैलाने के दिए निर्देश
डिग्गी. नायब तहसीलदार प्रहलाद सिंह ने डिग्गी बस स्टैण्ड पहुंच होटल संचालकों व पकौड़ी के ठेले लगाने वाले लोगों को बस स्टैण्ड परिसर की साफ-सफाई रखने के लिए ठेलों के पास कचरा पात्र रखने के निर्देश दिए। नायब तहसीलदार ने कहा कि तीर्थ नगरी डिग्गी को स्वच्छ व सुन्दर बनाने के लिए एक कार्य योजना तैयार की जाएगी, जिससे बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को भी स्वच्छता का संदेश मिले।
उन्होंने कहा कि यात्री कचरे को इधर-उधर डाल देते है, जिससे चारों तरफ कचरा उड़ता रहता है यात्रियों को भी कचरा पात्र में ही डालने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने ठेला संचालकों को बस स्टैण्ड पर एक निर्धारित स्थान पर खड़े होने के भी निर्देश दिए।