इसके बाद चन्द्रप्रभु मण्डल विधान का आयोजन हुआ। सूरजमल, रमेशचंद ने झण्डारोहण किया। शाम को कलशाभिषेक का कार्यक्रम हुआ। इससे पहले विभिन्न स्थानों से आई पदयात्राओं में शामिल श्रद्धालुओं ने चन्द्रप्रभु भगवान के दर्शन कर परिवार में खुशहाली मांगी।
महोत्सव में हिस्सा लेने के लिए जयपुर-कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, झालावाड़, अजमेर आदि स्थानों से जैन समाज के लोगों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर श्रीजी की गांव के मुख्य मार्गों में रथयात्रा निकाली गई। इससे पहले गुरुवार रात राजा भ्रतहरि नाटक का मंचन हुआ।
इससे पहले विभिन्न कार्यक्रमों को लेकर बोलियां लगाई गई। इसमें समाज के लोगों ने बढ़ चढकऱ हिस्सा लिया। ख्वासजी के लिए अमितकुमार, मनोजकुमार, सारथी के लिए महावीरप्रसाद, विनोदकुमार तथा चंवर के लिए ओमप्रकाश, जितेन्द्रकुमार व चांदमल, विरेन्द्रकुमार ने बोली लगाई।
इस मौके पर अतिशय क्षेत्र समिति अध्यक्ष कमलेशकुमार, मंत्री विरेन्द्रकुमार, कोषाध्यक्ष राजेश कुमार, हुकुमचंद, श्यामलाल जैन, संरक्षक बाबूलाल जैन, प्रदीप कुमार जैन, भागचंद, विमलकुमार, आरसी काला, रमेशचंद जैन, डालचंद जैन, अशोक, पारस, बाबूलाल, महावीर प्रसाद्र आशीष जैन, अमित जैन आदि मौजूद थे।
सामूहिक कलशाभिषेक 22 को
निवाई. आचार्य विभव सागर के सान्निध्य में शांतिनाथ दिगम्बर जैन अग्रवाल मंदिर के वार्षिकोत्सव में 22 सितंबर को सामूहिक कलशाभिषेक को लेकर रथयात्रा निकाली जाएगी। जैन समाज के प्रवक्ता विमल कुमार ने बताया कि रविवार को वार्षिकोत्सव के उपलक्ष्य पर रथयात्रा निकाली जाएगी।
इसको लेकर शुक्रवार सुबह मंदिर कमेटी के पदाधिकारी मंदिर अध्यक्ष महावीर प्रसाद जैन, मंत्री अशोक, प्रेमचन्द गिन्दोडी, विष्णु बोहरा, ज्ञानचन्द जैन आदि ने आचार्य श्री का सान्निध्य प्राप्त करने के लिए श्री फल चढाकऱ स्वीकृति ली। मंदिर कमेटी के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी को व्यवस्थाएं बांटी गई। वार्षिकोत्सव में भगवान शांतिनाथ के सामूहिक कलशाभिषेक के साथ प्रतिभा सम्मान समारोह किया जाएगा।
दीक्षार्थियों की हुई गोद भराई
निवाई. सकल दिगम्बर जैन समाज के तत्वावधान में आचार्य विभव सागर के सान्निध्य में गुरुवार रात नसियां मंदिर में दीक्षार्थी की गोद भराई का कार्यक्रम आयोजित किया गया।गोद भराई में जैन श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़। जैन समाज के प्रवक्ता राकेश संघी व विमल ने बताया कि ब्रह्मचारी रवीन्द्र व वीरेन्द्र की गोद भराई का कार्यक्रम शुरू हुआ।
इससे पूर्व सकल दिगम्बर जैन समाज द्वारा दीक्षार्थी वीरेन्द्र व रवीन्द्र का स्वागत सत्कार किया गया। सर्वप्रथम आचार्य विभव सागर ससंघ की ओर से दीक्षार्थी वीरेन्द्र व रविन्द्र की गोद भराई की गई। इसके बाद समाज के श्रद्धालुओंं ने बारी-बारी से गोद भरी। संघी ने बताया कि दीक्षार्थी विरेन्द्र की मुनि दीक्षा 13 अक्टूबर को कलकत्ता में आचार्य विराग सागर के सान्निध्य में होगी। शहर में मुनि दीक्षा की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो चुकी है। कार्यक्रम का मंच संचालन महावीर प्रसाद पराना ने किया।