scriptनवाबी नगरी टोंंक में महर्षि उत्तम स्वामी के सानिध्य में भव्य दिव्य श्रीमद् भागवत कथा 25 से | Shrimad Bhagwat Katha in tonk | Patrika News

नवाबी नगरी टोंंक में महर्षि उत्तम स्वामी के सानिध्य में भव्य दिव्य श्रीमद् भागवत कथा 25 से

locationटोंकPublished: Dec 08, 2019 05:58:06 pm

Submitted by:

pawan sharma

उत्तम स्वामी महाराज की सिद्ध, दिव्य एवं अमृतमयी वाणी से नवाबी नगरी टोंंक में 25 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक गांधी खेल मैदान विवेकाानन्द सर्किल टोंक में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का दिव्य, भव्य एवं विलक्षण आयोजन किया जाएगा।

नवाबी नगरी टोंंक में महर्षि उत्तम स्वामी के सानिध्य में भव्य दिव्य श्रीमद् भागवत कथा 25 से

नवाबी नगरी टोंंक में महर्षि उत्तम स्वामी के सानिध्य में भव्य दिव्य श्रीमद् भागवत कथा 25 से

टोंक. श्री सद्गुरु सर्वेश्वर उत्तम सेवा संस्थान टोंक (राज.) एवं श्रीमद् भागवत कथा आयोजन समिति टोंक-सवाईमाधोपुर के संयुक्त तत्वावधान में अध्यात्मिक जगत की दिव्य अलौकिक विभूति सदगुरू सर्वेश्वरदास महाराज की पुण्य स्मृति में विश्वविख्यात संत ध्यानयोगी महर्षि उत्तम स्वामी महाराज की सिद्ध, दिव्य एवं अमृतमयी वाणी से नवाबी नगरी टोंंक में 25 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक गांधी खेल मैदान विवेकाानन्द सर्किल टोंक में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का दिव्य, भव्य एवं विलक्षण आयोजन किया जाएगा। इस भव्य आयोजन के लिए टोंक शहर ही नही अपितू आसपास के गांवो से श्रद्धालु आएंगे, जिसके लेकर युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही है।
समिति के पं.राजकुमार शर्मा ने रविवार को विश्वविख्यात संत शिरोमणि ध्यानयोगी महर्षि उत्तम स्वामी महाराज के सानिध्य में होने वाली श्रीमद भागवत कथा के भव्य आयोजन की जानकारी पत्रकारों देते हुए बताया कि इस आयोजन समिति में टोंक-सवाई माधोपुर के सभी गणमान्य, प्रबुद्ध, धर्मनिष्ठ, निर्विवाद एवं सभी जातियों, धर्म, सम्प्रदाय के नागरिकों को सम्मिलित किया गया है।
आयोजन समिति के अध्यक्ष दिनेश चौरासिया व समाजसेवी मणिकांत गर्ग ने बतााय कि इस भागवत कथा हेतु भव्य कलश यात्रा 25 दिसम्बर को प्रात: 9 बजे कंकाली माता मन्दिर से मुख्य बाजार होते हुये गांधी खेल मैदान तक जायेगी। इस कलश यात्रा में 1100 महिलाएं कलश लेकर शामिल होंगी।
कलश यात्रा का विभिन्न समाजों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों, व्यापर मण्डलों, मुस्लिम समुदाय एवं अन्य धार्मिक-सामाजिक संगठनों द्वारा स्वागत द्वार बनाकर तथा पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया जायेगा। कलश यात्रा को हाथी, घोड़े, ऊंट, भव्य रथ, विभिन्न झाँकियां, प्रसिद्ध बैण्ड एवं पुष्प वर्षा द्वारा भव्य स्वरूप दिया जायेगा।

इस आयोजन में सभी दलों के प्रमुख राजनेता, राष्ट्रीय सन्त, प्रमुख धर्म विचारक, विश्व विख्यात ज्योतिषाचार्य, यज्ञाचार्य, भागवताचार्य, जिले के सभी सन्त एवम् विविध क्षेत्रों की सेलेब्रेटीज़ शामिल होंगी। इस दिव्य महोत्सव में बाहर से आने वाले सभी यात्रीयों के आवास एवं भोजन की व्यवस्था संस्थान द्वारा की जायेगी। इस आयोजन हेतु 551 जोड़ों को भागवत कथा श्रवण काा संकल्प कराया जायेगा।
यह आयोजन टोंक वासियों के लिए बड़े गौरव का विषय है और नवाबी नगरी में ऐतिहासिक होगा। वही 29 दिसम्बर को रात्रि 8 बजे से गांधी खेल मैदान में श्याम भजन संध्या का आयोजन होगा। इस मौके पर समिति से जुड़े महेश शर्मा, निपुण सक्सैना, जसवंत सिंह नरुका, मानसिंह मीणा, रोहित कुमावत, राष्ट्रीय कवि प्रदीप पंवार, राजकुमार करनाणी, पार्षद गायत्री चौरासिया, अजय चौरासिया, विनोद चौरासिया, गिर्राज शर्मा, दिनेश बैरवा, नीतिन चोरासिया आदि मौजूद थे।
संत परिचय एवं कार्यक्रमका उद्देश्य – सर्वधर्म समभाव, सामाजिक समरसता, मानवीय मूल्यों की स्थापना, जातीय विद्वेष की समाप्ति, संस्कारों के उदय, समानता के प्रचार प्रसार, संगच्छध्वं संवदध्वं संवो मनांसि जानताम् (हम सभी साथ चले, साथ रहें, साथ बोलें एवं हमारे मन समान हों) के अंगीकार कर मानव मात्र के कल्याण के लिए संस्थान संकल्पित है।
वसुधैव कुटुम्बकम-आत्मवत् सर्वभूतेषु ये संस्थान के ध्येय वाक्य हैं। इदम् राष्ट्राय स्वाहा- अपना सर्वस्व राष्ट्र को समर्पित कर भारत को विश्व गुरू बनाने के लिए कृत संकल्पित विश्वविख्यात संत ध्यान योगी उत्तम स्वामी महाराज के मुखारविंद से उपर्युक्त समस्त उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु श्रीमद् भागवत कथा का दिव्य वाचन किया जायेगा।
ध्यानयोगी उत्तम स्वामी महाराज अध्यात्मजगत की शीर्षस्थ विभूति है। भारत एवं विदेशों के सभी दलों के प्रमुख राजनेता, उद्योगपति बॉलीवुड, हॉलीवुड,कॉरपोरेट जगत की प्रमुख हस्तियों का जुड़ाव उत्तम स्वामी के साथ है। नर सेवा-नारायण सेवा, शिक्षा, संस्काार, हेतु आदिवासी क्षेत्रों में सैकडों निशुल्क आवासीय विद्यालय स्थापित कर हजारों निर्धन विद्यार्थियों के जीवन निर्माण की अद्वितीय मुहिम स्वामी द्वारा विगत कई वर्षों से चलाई जा रही है।
24 वर्ष की आयु में सन्यास ग्रहण कर सवाई माधोपुर स्थित रणथम्भौर अभयारण्य के जोन नं. 4 में स्थित कचीदा माता मन्दिर में लगभग 40 वर्षों तक विलक्षण साधनायें की। महाराजश्री के दिव्य तपोबल का ही प्रभाव था कि अभयारण्य में स्थित शेर और अन्य हिंसक पशु उनके चारों तरफ परिवार की भांति विश्राम किया करते थे। टाईगर मैन के नाम से सुविख्यात फतेह सिंह राठौड़ गुरूदेव से ही दीक्षित थे।
नि:शुल्क शिक्षा, चिकित्सा एवं प्राणी मात्र के कल्याण का अद्भुत संकल्प स्वामी द्वारा पूरा किया जा रहा है। ध्यानयोग द्वारा जटिल से जटिल समस्याओं क ा बेहद सरलता समाधान करने वाली दिव्य विभूति द्वारा श्रीमद्धभागवत कथा का रसास्वादन टोंक वासियों हेतु परम सौभाग्य का सुअवसर है। जिनकी पुण्य स्मृति में यह आयोजन किया जा रहा है, वे परमात्मस्वरूप पूज्य गुरूदेव सर्वेश्वरदास जी महाराज काा जन्म टोडारायसिंह तहसील के बघेरा गांव में हुआ था।

द्वादश ज्योतिर्लिंग पर शोध एवं सटीक भविष्यवाणियों के कारण भारत की प्रमुख हस्तियां एवं अन्य देशों के राष्ट्रअध्यक्ष गुरूदेव के पास आया करते थे। 14 सितम्बर 2012 को पूज्य गुरूदेव कचीदा वाले बाबा का देवलोकगमन हुआ और उन्ही की पुण्य स्मृति में यह दिव्य एवं भव्य आयोजन किया जा रहा है।
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