प्रभारी मंत्री के जिले में भटक रहे छह हजार फरियादी
बजट के अभाव में नहीं मिल रही राहत

टोंक. जिले में श्रम विभाग की ओर से संचालित योजनाओं का समय पर लाभ नहीं मिल पाने से फरियादियों को कार्यालय आकर भटकने का क्रम जारी है। इन फरियादियों की संख्या एक-दो नहीं छह हजार से अधिक है। अधिकारी बजट आने पर बैंक खाते में राशि आना बता कर इतिश्री कर रहे है। जबकि इस विभाग के मंत्री टीकाराम जूली स्वयं जिले के प्रभारी मंत्री है। टीकाराम जूली श्रम विभाग(स्वतंत्र प्रभार), कारखाना एवं बॉयलर्स निरीक्षण(स्वतंत्र प्रभार), सहकारिता, इंदिरा गांधी नहर परियोजना राज्यमंत्री हैं। तथा अलवर ग्रामीण से विधायक हैं। अधिकारियों की माने तो बजट की कमी से नियमित उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया जा रहा है।
जानकारी अनुसार जिला श्रम विभाग में निर्माण श्रमिक औजार/ टूल किट सहायता योजना में ६, निर्माण श्रमिक जीवन/ भविष्य योजना में एक, निर्माण श्रमिक शिक्षा व कौशल विकास योजना में ३०६७, निर्माण श्रमिक सुलभ आवास योजना में २४, प्रसूति सहायता योजना में २८३, शुभशक्ति योजना में ३१७१ व हिताधिकारी की सामान्य व दुर्घटना में मृत्यु व घायल होने की स्थिति योजना ८६ आवेदन लम्बित है।
शुभशक्ति योजना में ३१७१ आवेदन लम्बित
जिला श्रम विभाग के अनुसार शुभशक्ति योजना में बजट के अभाव में ३१७१ आवेदन लम्बित है, जिन्हें अब तक भुगतान नहीं हो पाया है। इस योजना के तहत वयस्क और अविवाहित पुत्रियों अथवा अविवाहित महिला को सशक्त, आत्मनिर्भर तथा उद्यमी बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है। इसके पात्र पात्र लाभार्थी को ५५ हजार रुपए दिए जाते है, लेकिन राशि नहीं मिलने से आवेदक स्वरोजगार नहीं कर कार्यालय के चक्कर लगा रहे है।
विकास योजना को चाहिए बजट
विभाग की निर्माण श्रमिक शिक्षा व कौशल विकास योजना के तहत जिले में ३०६७ आवेदन बजट के अभाव में अटके हुए है। योजना के तहत करीब तीन करोड़ रुपए भुगतान के लिए चाहिए। इस योजना के तहत श्रमिकों के मेधावी पुत्र-पुत्रियों को नकद पुरस्कार दिया जाकर कौशल विकास के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
भटक रहे फरियादी
विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की माने तो रोजाना दो सौ से अधिक फरियादी कार्यालय भुगतान के बारे में पूछने आते है, लेकिन सभी को ऑन लाइन खाते में राशि आने के बारे में बताया जा रहा है। वहीं नए आवेदन ऑनलाइन ही सम्मिट किए जा रहे है।
विभिन्न योजनाओं में करीब चार करोड़ के आवेदन लम्बित है। शुभशक्ति योजना में भुगतान आए करीब डेढ़ वर्ष हो चुके है। सभी आवेदन ऑनलाइन होने के कारण उच्चाधिकारियों को भी लम्बित आवेदन के बारे में पता है। प्रभारी मंत्री को भी जिले में बैठकों में आने पर स्थिति से अवगत कराया गया था।
नमोनारायण
कार्यवाहक, सहायक श्रम आयुक्त, श्रम विभाग, टोंक
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