टोंक

video: तेज बरसात से नगों नाला आया उफान पर , बांधों मे पानी की आवक हुई शुरु

बरसात का दौर अलसुबह से ही जारी हो गया, लेकिन सुबह 10 बजे से तीन घंटे तक जमकर बरसात हुई। नालों से पानी बाहर निकलकर सडक़ों पर आ गया।
 

टोंकAug 21, 2018 / 03:02 pm

pawan sharma

बनेठा में बरसात के बाद नंगो नाले पर बहता पानी

उनियारा. कस्बे सहित उपखण्ड क्षेत्र में सोमवार को हुई मूसलाधार बारिश से जहां जनजीवन प्रभावित हुआ। बरसात से न्यू मार्केट, भूतेश्वर गेट, बागर बस्ती, जवाईपुरा, तबेला मैदान आदि निचले क्षेत्रों में 2 से 3 फीट पानी भर गया। दुकानों में पानी घुसने से दुकानदारों को परेशानी उठानी पड़ी।
 

कई निजी विद्यालयों में छोटे बच्चो की छुट्टी कर दी गई। इधर जल संसाधन विभाग के अनुसार सोमवार सुबह 8 बजे तक समाप्त हुए 24 घंटे के दौरान गलवानिया बांध पर 7 तथा ठिकरिया बांध पर 20 एमएम बारिश दर्ज की गई।
 

जबकि सोमवार सुबह 8 बजे से 2 बजे तक सर्वाधिक ठिकरिया बांध पर 200, गलवा बांध पर 115 तथा गलवानिया बांध पर 63 एमएम बरसात दर्ज की गई। बारिश से गलवा बांध में दोपहर 3 बजे तक 5.6 फीट, गलवानिया में 4.8 फीट तथा खाली पड़े ठिकरिया बांध पहली बार 2.20 मीटर तथा कुम्हारिया बांध में 1.2 मीटर पानी की आवक हुई।

चरवाहों के फंसने की सूचना अफवाह निकली
मूसलाधार बारिश से गलवा बांध में भेड़ों को टापुओं पर चरा रहे कुछ चरवाहों के फंसने की अफवाह साबित हुई। गलवा बांध का जलस्तर बढऩे लगा था। जबकि खाली पड़े टापुओं पर पहले से ही बून्दी जिले के कुछ चरवाहे 4-5 सौ भेड़ों के साथ डेरा डाले हुए थे।
 

उनके फंसने की सूचना मिलने पर उपखण्ड अधिकारी कैलाशचन्द गुर्जर एवं तहसीलदार उनियारा गजानन्द जांगिड़ आदि बांध पर पहुंचे। उन्हें कोई नजर नहीं आया। उन्होने बांध के तटवर्ती बून्दी जिले के समिधि गांव पहुंचकर इस आशय की जानकारी ली।
 

उन्हें बताया गया कि चरवाहे बांध में पानी बढ़ता देख पहले से ही निकल गए थे। इस बीच बून्दी जिले के नैनवां के तहसीलदार गजराज सिंह सौलंकी भी कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचे। तहसीलदार गजानन्द जांगिड़ ने बताया कि बांध के सभी टापू खाली हो चुके है। इस बात की पुष्टि कर ली गई है। बारिश से पीडि़त हनुमान प्रसाद जांगिडक़ा मकान ढह गया।
तीन घंटे लगातार रही झमाझम

टोंक. जिलेभर में सावन के अंतिम सोमवार को मेघ मेहरबान रहे। तीन घंटे हुई झमाझम से टोंक शहर में 75 एमएम बरसात (तीन इंच) दर्ज की गई। इससे अधिक अलीगढ़ में 86 एमएम बरसात दर्ज की गई।
 

शहर में बरसात का दौर अलसुबह से ही जारी हो गया, लेकिन सुबह 10 बजे से तीन घंटे तक जमकर बरसात हुई। नालों से पानी बाहर निकलकर सडक़ों पर आ गया। कई कॉलोनियों के मकानों में पानी भर गया। इससे कई मकान गिर भी गए।
पानी का निकास नहीं होने पर लोगों को परेशानी हुई। ऐसे में उपखण्ड अधिकारी सी. एल. शर्मा तथा नगर परिषद आयुक्त पूजा मीणा ने बहीर क्षेत्र में नाले पर किए गए अतिक्रमण को जेसीबी से हटाया।
 

अब भुगत रहे अतिक्रमण को
पुरानी टोंक में बरसात के पानी में सोमवार को फिर एक बाइक बह गई। लोगों ने उसे पकडऩे की कोशिश की, लेकिन पानी का दबाव अधिक होने से वे पकड़ नहीं पाए। ये अतिक्रमण के लिए हो रहा है। लोगों ने इतना अतिक्रमण कर लिया कि पानी तक को निकास नहीं मिल रहा है। ऐसे में हर साल यहां ऐसी नौबत हो रही है।
 

किसानों के चेहरे खिले
पीपलू. कस्बे सहित उपखण्ड क्षेत्र के झिराना, बगड़ी, डारडा, सन्देड़ा आदि गांवों में झमाझम बारिश हुई। इससे लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली। झमाझम बारिश से मुख्य बाजार व गली मोहल्लों की सडक़ो पर पूरे वेग पानी बह निकला। बारिश होने पर किसानों के चेहरे खिल गए।
 

बीसलपुर बांध में दोसेमी पानी की आवक
राजमहल. कस्बे सहित क्षेत्र मेें सोमवार सुबह से ही बारिश का दौर चला। इससे किसानों खुश हो गए। राजमहल व बीसलपुर पहाड़ी क्षेत्र में झरनों से पानी बहने लगा है। इधर, बीसलपुर बांध के गेज में दोसेमी पानी की आवक हुई है। शनिवार व रविवार सुबह तक बांध का गेज 309.10 आरएम मीटर था। जो सोमवार सुबह 309.12 आरएल मीटर हो गया।
घरों में पानी घुसा
पलाई (उनियारा). कस्बे सहित क्षेत्र में सुबह 7 बजे से ही रुक-रुक कर झमाझम बारिश शुरू हो गई, जो दोपहर एक बजे बाद थमी। बारिश का पानी बालाजी मन्दिर परिसर, पीर बाबा का रास्ता, राजकीय प्राथमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर, नैनवां रोड से गोपाल गुर्जर के बाड़े, नगरफोर्ट रोड पर आरा मशीन के पास रपटे पर होकर पानी बहता हुआ निचले इलाकों के घरों में पानी घुस गया व खेतों में फसलों में पानी भर गया।गलवा नदी में पानी पूरा वेग से बह रही है। इससे गलवा बांध में पानी की आवक जारी है। सुबह से ही झमाझम बरसात के चलते हुए स्कूलों की छतें टपकने के कारण सरकारी व गैर-सरकारी स्कूलों की छुट्टी करनी पड़ी।
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