उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुये अति. पुलिस अधीक्षक सुभाष चन्द मिश्रा ने प्रतियोगिता में भाग ले रहे खिलाडिय़ों को अपनी शुभकामनाएं देते हुये कहा कि पहले विदेशों में ही खेले जाने वाले जूड़ो गेम का अब अब हमारे देश में भी कोई कम जलवा नही है, भारत के कई खिलाडिय़ों ने कॉमनवैल्थ स्तर पर पदक जीतकर अपनी प्रतिभा को विश्व स्तर पर दर्शाया है। उन्होने कहा कि शीर्ष पर पहुंचने के लिये खिलाडिय़ों में जज्ब़े एवं हौंसले की जरूरत है।
उन्होने राज्य जूड़ो संघ सहित टोंक निवासी कामनवैल्थ खिलाड़ी नावरिया का शुक्रिया अदा करते हुये कहा कि इनके प्रयास से टोंक जैसे छोटे जिले में भी जूड़ो की कई बार राज्य स्तरीय जैसी प्रतियोगिता हो चुकी है। एडीएम धानका ने कहा कि हार- जीत तो खेल के दो पहलू है, निरन्तर प्रयास एवं लगन से खेला जाये तो हमारे यहा से भी जूड़ो में उच्च स्तर तक खिलाड़ी पहुंच सकते है। महिपाल ग्रेवल महासचिव राज्य जूड़ो संघ ने सभी का आभार जताते हुये कहा कि नावरिया जैसे कई युवाओं ने जूड़ो में राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय लैवल तक जाकर अपना लोहा मनवाया है।
उन्होने बताया कि इस प्रतियोगिता में राज्य भर से करीब 300 खिलाड़ी भाग ले रहे है, इन्ही में से आगामी दिनों होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिये जूड़ो खिलाड़ी चयनित किये जायेगेें। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न भार वर्ग में विजेता खिलाडिय़ों को अतिथियों द्वारा मैडल व प्रमाण पत्र देकर सभानित किया गया। इस मौके पर रूपनारायण चौधरी, हरीराम चौधरी, प्रदीप शर्मा, महावीर प्रसाद यादव, सीमा धाबाईं, अशोक मीणा, नीमसिंह गुर्जर, बलवीर चौधरी, घनश्याम शर्मा, सत्यनारायण यादव, कैलाश चौधरी, के. के. यादव, प्रहलाद गुर्जर, रामकिशोर बैरवा सहित जूड़ो संघ के पदाधिकारी मौजूद थे।