अधिकारी खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई से कतराते हंै। वहीं राजस्व विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के चलते क्षेत्र के गणवर, इंदौली, डूंगरीकला, राजपुरा एवं गुलगांव क्षेत्र में राजस्व विभाग की पहाडिय़ों एवं भूमि पर जमकर अवैध खनन कर पत्थर निकाला जा रहा है। वहीं गणवर-रामपुरा के वासियों ने कई बार तहसीलदार को लिखित में शिकायतें भी की, लेकिन विभाग किसी भी प्रकार से कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से खनन माफिया के हौसले बुलंद हैं।
रामपुरा के निवासियों ने बताया की अवैध खनन के कारण गांव के कई मकानो में दरारें भी आ गई, वहीं खेतों में भी पत्थर जमा किए जा रहे हैं। राज्य सरकार की ओर से अवैध खनन की रोकथाम के लिए खनिज विभाग, वन विभाग, पुलिस एवं प्रशासन की संयुक्त टीमें भी गठित कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। इसके बावजूद अभियान मात्र कागजी खानापूर्ति में ही सिमट कर रह गया है। मजे की बात यह है कि सभी विभागों के अधिकारी कार्रवाई के लिए दिन में निकलते हैं, जबकि खनन का अवैध कारोबार अंधेरे में शुरू होता है।
इससे उन्हें किसी भी प्रकार का कोई डर नहीं रहता है। खनन माफिया द्वारा पहाड़ों में ब्लास्टिंग करने के कार्य में ली जाने वाली विस्फोटक सामग्री भी अवैध रूप से लाई जाकर काम ? में ली जाती है। इस पर भी पुलिस विभाग की ओर से कार्रवाई नहीं की गई।
तहसीलदार ने कलक्टर को भेजी रिपोर्ट तहसीलदार सुभाष गोयल का कहना है कि खनन क्षेत्रों का दौरा किए जाने के बाद यह बात तो तय हो गई है कि क्षेत्र में अवैध खनन तो हो रहा है, लेकिन मौके पर किसी के भी नहीं मिलने से खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा सकी। अवैध खनन करने वालों के खिलाफ सूचना के लिए पटवारियों को निर्देश दिए गए है तथा गणवर पहाड़ी को वन विभाग व खनिज विभाग को सौंपे जाने के लिए जिला कलक्टर को रिपोर्ट भेजी गई है।