शराब की दुकानों पर चोरी छिपे निर्धारित समय बाद भी अवैध बिक्री पर असामाजिक तत्व माहौल बिगाड़ते हैं। महिला पुलिस कार्मिक ने सुरक्षा अधिकारियों को अवगत कराकर कार्रवाई के लिए आश्वस्त किया। शहर में बाइकर्स का महिलाओं का पीछा करने, स्कूल, कॉलेजों व कोचिंग की छुट्टी के दौरान लड़कियों को सुरक्षा मिले। इस दौरान यह भी मसला आया कि पुलिस थाने में स्टाफ की कमी है फिर भी महिलाओं के लिए अलग से महिला हेल्प डेस्क है।
शहर में नियमित महिला कांस्टेबल के साथ पुलिस गश्त हो। भिश्ती मोहल्ले में शराबियों का जमावड़ा होता है। उस पर कार्रवाई की जाए।- हंसा गोयल, गृहणी
स्कूल कॉलेज एवं कोचिंग की छुट्टी होते समय महिला कांस्टेबल के साथ पुलिस गश्त हो। ताकि किशोरियों में पढ़ाई के दौरान किसी से कोई भय नहीं रहे।- सीमा गौतम, गृहणी
पार्क एवं सार्वजनिक स्थलों पर आकर महिला पुलिस कार्मिक महिलाओं से घुलमिलकर कर साथ बैठकर समूह चर्चा करें। जिससे अपराधियो में भय रहे।- ममता सिंहल बाइकर्स लड़कियों का पीछा करते हैं और अश्लील भाषा बोलते हैं। ऐसे असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई हो।- नीलम गुप्ताशराब से कई परिवार बर्बाद हुए हैं। ऐसे में दुकानें बंद हो तो सही है। फिर भी शराब की खुली दुकानें समय पर बंद होना जरूरी है।- अंजू, गृहणी महिला
सुरक्षा को लेकर कानून को कड़ा बनाने के लिए जरूरी परिवर्तन होना चाहिए। ताकि महिलाओं पर अत्याचार पर रोक लगे।- सुनीता शहर में लगे सीसीटीवी कैमरे से नजर रखकर पुलिस मनचलों पर कार्रवाई करें।- नीलू, गृहणी
शहर में पुलिस गश्त नियमित रहेगी। बिना कारण इधर-उधर घूमते लोगों की सूचना पुलिस को दे। थाने में महिलाओं के लिए महिला डेस्क पर खुली बात रखने के लिए पूरी मदद दी जाती है। थाने में स्टाफ की बेहद कमी है। इसमें भी महिला स्टाफ बहुत कम है फिर भी पुलिस सभी की मदद को हरदम तैयार है।- गायत्री चौधरी, महिला कांस्टेबल पुलिस थाना देवली
यह मुद्दे आए सामने- महिला सुरक्षा को लेकर कड़े कानून की जरूरत- शराब की दुकानें कम समय के लिए खुले। संभव हो तो शराब बिक्री पर ही रोक – आवारा घूमते बाइकर्स हो कार्रवाई- महिला पुलिसकर्मी सार्वजनिक जगहों पर आकर महिलाओं से वार्ता कर विचारों को साझा करें – शहर में सभी जगह पुलिस गश्त की प्रभावी व्यवस्था हो- बालिका शिक्षण संस्थाओं के छुट्टी के दौरान आसपास महिला पुलिस गश्त होना जरूरी