कम्प्यूटर ऑपरेटर वैभव कुमार, रणजीत चौहान, हुकम सिंह सहित अन्य ऑपरेटरों ने राज्य सरकार द्वारा 29 फरवरी से मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा व जांच योजना में लगे कम्प्यूटर ऑपरेटरो को कार्यमुक्त किए जाने के आदेश के विरोध में चिकित्सालय के बाहर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाकर धरना दिया वहीं मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा वितरण योजना में सेवारत फार्मेसिस्ट मुकेश नावरियां ने भी पांच स्तरीय पदोन्नति केडर गठन की मांग को लेकर धरने में शामिल हुआ।
फार्मासिस्ट ने दिया धरना
टोंक. विभिन्न मांगों को लेकर सआदत तथा जनाना अस्पताल के फार्मासिस्ट ने मंगलवार दो घंटे तक धरना दिया। राजस्थान फार्मासिस्ट कर्मचारी संघ एकीकृत के बैनरतले फार्मासिस्ट सआदत अस्पताल के बाहर दोपहर एक से तीन बजे तक धरने पर रहे। इससे पहले इसके बाद अस्पताल में कार्यकिया।
संघ के जिलाध्यक्ष महेश कर्णावत ने बताया कि फार्मासिस्ट की विभिन्न मांगों को लेकर दोपहर एक से तीन बजे तक धरना दिया। ये धरना 28 फरवरी तक दिया जाएगा। इसके बाद 29 फरवरी से 3 मार्चतक पदस्थापन स्थान पर काली पट्टी बांधकर विरोध किया जाएगा। वहीं 4 से 10 मार्चतक सुबह 9 से 11 बजे तक अस्पताल में दो घंटे का कार्यबहिष्कार किया जाएगा।
इसके बावजूद भी सरकार ने मांगों को निस्तारण नहीं किया तो वे 11 मार्चसे सामूहिक अवकाश पर जाएंगे। उन्होंने बताया कि 2 अक्टूबर 2011 से शुरू हुईएमएनडीवाइ योजना में सेवारत फार्मासिस्ट के पदोन्नति केडर व सेवा नियम नहीं बन पाए। ऐसे में फार्मासिस्ट उसी पद से सेवानिवृत हो रहे हैं। धरने में में भगवान माहेश्वरी, घनश्याम मीणा, रंजन बैरवा, भूपेन्द्र, चतन, अनवर, महेन्द्र, दिनेश आदि शािमल थे।