read more: बीसलपुर बांध के पानी ने बदला पेयजल सप्लाई का समय, जलदाय विभाग ने की तैयारी जबकि सभी विद्यालयों में जन्माष्टमी पर्व की छुट्टी शनिवार को घोषित की गई थी, लेकिन गुरुवार देर रात जन्माष्टमी पर्व की पर्व की छुट्टी शुक्रवार को ही कर दी गई। राज्य सरकार के इस फैसले को कई प्राइवेट स्कूलों नहीं माना और शुक्रवार को विद्यालय संचालित किया।
जबकि जन्माष्टमी पर्व पूरे देश में शनिवार को ही मनाया जाएगा। केवल अधिकारियों और कर्मचारियों की तीन तक मौज मस्ती के लिए बिना पर्व ही छुट्टी घोषित कर दी। कई विद्यालयों के बाहर करीब दो तक बच्चे खड़े रहे और कोई नहीं आने पर दो घंटे बाद अपने अपने घरों को लौट गए।
read more:Krishna Janmashtami 2019: आज रोहिणी नक्षत्र में करें भगवान की पूजा, जानें पूजन विधि असमंजस में रहे विद्यार्थीआवां. राज्य सरकार की ओर से शुक्रवार को कृष्ण जन्माष्टमी का अवकाश अचानक घोषित करने से क्षेत्र के कई विद्यालयों में असमंजस की स्थिति रही। पूर्व सूचना नहीं होने के कारण कस्बे सहित कई ग्रामीण क्षेत्रों मे विद्यार्थी अन्य दिनों की तरह ही विद्यालय पहुंच गए और विद्यालय खुलने का इन्तजार करते रहे। कस्बे के विद्यार्थियों ने बताया कि उन्हें दी गई सूचना के अनुसार अवकाश शनिवार का तय था।
read more:PHOTO: जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर निवाई श्याम मंदिर आकर्षक रोशनी से हुआ जगमग…देखे फोटो इससे शनिवार को भी बालकों की उपस्थिति पर प्रभाव पड़ सकता है। शिक्षकों ने बताया कि शुक्रवार को अवकाश रहने की सूचना उन्हें देर रात मिली, यथा सम्भव स्वयं पहुंच कर अथवा मोबाइलों के जरिए बालकों को इसकी सूचना देने का प्रयास किया गया है। इधर , राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ ने सरकार से समय रहते अवकाश की सूचना देने की मांग की है, जिससे समय, धन और श्रम का दुरुपयोग न होने के साथ अव्यवस्था न फैले।