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झुंझुनूं जिले में ‘मौत के 64 मोड़’, तीन साल में गई 948 की जान

locationटोंकPublished: Feb 17, 2016 10:23:00 am

Submitted by:

vishwanath saini

कहीं सड़कों में सही घुमाव नहीं है तो कहीं सड़क जरूरत से ज्यादा ऊंची-नीची है।जिले में ऐसे 64 स्थान जिलेवासियों को जिंदगी भर का दर्द दे रहे हैं। कोई यहां जिंदगी भर के लिए अपाहिज हो रहा है तो कोई हमेशा के लिए अपनों से दूर हो रहा है।

कहीं सड़कों में सही घुमाव नहीं है तो कहीं सड़क जरूरत से ज्यादा ऊंची-नीची है।जिले में ऐसे 64 स्थान जिलेवासियों को जिंदगी भर का दर्द दे रहे हैं। कोई यहां जिंदगी भर के लिए अपाहिज हो रहा है तो कोई हमेशा के लिए अपनों से दूर हो रहा है। सड़कें खून से लाल हो रही है। सड़कों पर तकनीकी कमी के अलावा सबसे बड़ा कारणचालकों की लापरवाही भी है।

झुंझुनूं जिले में हर साल सड़क हादसों में सैकड़ों लोगों की जाने चली जाती हैं।इससे अधिक लोग अपाहिज हो जाते हैं। हादसे में जब किसी की जान जाती है तो पूरा परिवार ही टूट जाता है। वहीं गंभीर घायल होने या अपाहिज होने से पूरे परिवार पर संकट खड़ा हो जाता है।सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए पुलिस प्रशासन ने 64 से अधिक डेथ पाइंट चिन्हित किए हैं। इनमें से भी कुछ ऐसे स्थान है जहां सर्वाधिक हादसे होते हैं।

झुंझुनूं शहर- हवाईपट््टी से एफसीआई गोदाम, सगीरा सर्किल, हवाई पट्टी चौराहा, बगड़ तिराहा, मंड्रेला रोड,पुरा की ढाणी, उदावास के पास, दोरादास पेट्रोल पंप के पास, नृसिंहपुरा प्रमुख हैं।
बगड़- मठ बस स्टैंड, आदर्श ननगर, नूनिया गोठड़ा, खुडाना काटली नदी, पटवारी कॉलेज, बख्तावरपुरा, मेवड़ी बड़
बिसाऊ- टांई, शेषु बस स्टैंड, पेट्रोल पंप के पास बिसाऊ,खिदरसर बस स्टैंड
मलसीसर- मलसीसर बस स्टैंड,धनूरी
मंडावा- मीठावास, बस स्टैंड तेतरा
चिड़ावा- ओजटू तिराहा झुंझुनूं रोड, मंडे्रला चौराहा, कृषि उपज मंडी के सामने, प्रसादा की ढाणी तन ओजटू
सूरजगढ़- घरड़ु चौराहा, कासनी, फरट चौराहा लुहारू रोड, जीणी मोड
पिलानी- देवरोड़ के पास, बाईपास रोड, बाइपास लुहारू रोड सर्किल पिलानी, ब्राह्मणों की ढाणी
खेतड़ी- मनसा माता मंदिर के पास पपुरना, निजामपुर रोड, जीएसएस बबाई, खरखड़ा, पचेरी
पचेरी- ढाणी नावता
बुहाना- बुहाना से सूरजगढ़ रोड जयसिंहपुरा, आम सड़क सांगवा से घसेड़ा,
सिंघाना- निमड़ी स्टैंड आम सड़क, मोई मोड़ आम सड़क, भोदन पुलिया,
नवलगढ़- घुमचक्कर, बलवंतपुरा फाटक, नवलड़ी, सीकर रोड़ चैक पोस्ट,
गुढ़ागौडज़ी- बड़ागांव कॉलेज स्टैंड के पास, लीला की ढाणी हुकमपुरा, बांडिया नाला,
मुकुंदगढ़- ढिगाल के पास, कंरट धाम बालाजी के पास
उदयपुरवाटी- इंद्रपुरा बस स्टैंड के पास, धोलाखेड़ा, गोल्याणा चिराणा पेट्रोल पंप के पास, चुंगी नम्बर तीन से लेकर जमात कस्बा,
मंड्रेला- धतरवाला खुडानिया मोड़, धतरवाला बुडानिया स्टैंड

इसलिए होते हैं सड़क हादसे

जानकारों के अनुसार सड़क हादसों के पीछे कई कारण है। इनमें से प्रमुख कारण लापरवाही व तेज गति से वाहन चलाना है। वहीं वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करना, हेलमेट का प्रयोग नहीं करना, नींद की झपकी आना, डिपर ना देना आदि मुख्य हैं। खराब सड़कें, खतरनाक मोड़, ओवरलोडिंग गाडिय़ा, स्पीड ब्रेकर का ना होना और खतरनाक स्पीड ब्रेकर होना भी हादसों का कारण हंै।

जिले में तीन साल में 948 लोगों की जान चली गई। तीन सालों में 1943 हादसे हुए, जिनमें 948 की जान गई, जबकि 2050 लोग घायल हो गए।

दो सबसे खतरनाक
सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से सबसे खतरनाक दुर्घटना संभावित क्षेत्र उदयपुरवाटी के इंद्रपुरा बस स्टैंड और दूसरा सिंघाना के भोदन में हैं। यहां पर संकेतक लगाने, ब्रेकर बनाने और गोलाईके हिसाब से दुर्घटनाओं को रोकने लिए बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं।

रामनारायण चौधरी, एसई पीडब्ल्यूडी झुंझुनूं

अंचल में 64 के करीब चिह्नित दुर्घटना संभावित क्षेत्रों पर वाहन चालक सावधानी से वाहन चलाएं ताकि हादसे नहीं हो। संकेतकों को देखते ही गाड़ी धीमी कर नियमों का पालन करना चाहिए।
गोपाललाल शर्मा, सीओ (शहर), झुंझुनूं
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