scriptरोडवेज को दीपोत्सव की ‘संजीवनी’, लक्ष्य के मुकाबले मिला अधिक यात्रीभार | Tantra imposed by travelers on bus stand | Patrika News

रोडवेज को दीपोत्सव की ‘संजीवनी’, लक्ष्य के मुकाबले मिला अधिक यात्रीभार

locationटोंकPublished: Oct 25, 2017 01:05:56 pm

Submitted by:

pawan sharma

दीपावली समाप्त होने के साथ आगार के यात्री भार में बढ़ोतरी हुई है। लक्ष्य के मुकाबले आगार को अधिक यात्रीभार मिल रहा है।

यात्रियों की कतार

टोंंक बस स्टैण्ड पर लगी यात्रियों की कतार।

टोंक.

दीपावली ने टोंक आगार के लिए ‘संजीवनी’ का काम किया है। इसी का परिणाम है कि सोमवार को यात्री भार 74 से बढकऱ 88 प्रतिशत तक जा पहुंचा। इसके अलावा जयपुर की ओर जा रही बसों में यात्रियों की आवाजाही अधिक रही। टोंक के केन्द्रीय बस स्टैण्ड पर भी दिनभर यात्रियों का तांता लगा रहा। खेती के काम व मांगलिक कार्यक्रमों पर रोक के चलते आगार का यात्रीभार गत दिनों 60 प्रतिशत तक गिर गया था।
इससे रोडवेज कर्मियों को समय से वेतन भी नहीं मिल पा रहा था। अब पांच दिवसीय दीपोत्सव समाप्त होने के बाद आगार के यात्री भार में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इससे तंगहाली से जूझ रहे टोंक आगार के कर्मचारियों को सुविधा मिलेगी तथा संसाधनों में भी बढ़ोतरी होगी।

प्रतिदिन 32 हजार किलोमीटर
आगार की 99 बसें प्रतिदिन 30 से 32 हजार किलोमीटर का सफर तय करती हैं। प्रत्येक चालक को 5.15 किलोमीटर प्रति लीटर डीजल औसत लाने व प्रति किलोमीटर निर्धारित यात्री भार प्राप्त करना होता है।
मुख्यालय की ओर से प्रदेश के 9 जोन में आने वाले सभी आगार प्रबंधकों को लक्ष्य निर्धारित कर उसे प्राप्त करने के निर्देश दिए जाते हैं। निर्धारित लक्ष्य नही पाने पर उस आगार को घाटे की श्रेणी में रख आगामी वित्तीय वर्ष में घाटे से उबरने के उपाय करने होते हैं। गत महीनों से टोंक आगार निर्धारित लक्ष्य हासिल नहीं कर पा रहा था।
कोटा के अलावा प्रदेश में अजमेर , भरतपुर, बीकानेर , जयपुर, जयपुर सीटीएस, जोधपुर , सीकर, उदयपुर जोन हैं। सभी जोन में एक डीलक्स सहित 51 डिपो शामिल हैं।

यूं रहा यात्री भार
21 अक्टूबर 70त्न
22 अक्टूबर 74त्न
23 अक्टूबर 84त्न
9 जोन में 51 आगार

बस स्टैण्ड पर दिनभर लगा रहा तांता

गत दिनों यात्रीभार में काफी गिरावट आ गई थी। दीपावली समाप्त होने के साथ आगार के यात्री भार में बढ़ोतरी हुई है। लक्ष्य के मुकाबले आगार को अधिक यात्रीभार मिल रहा है।
रामचरण गोचर, मुख्य आगार प्रबन्धक टोंक।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो