इससे सरकारी विद्यालयों में नामाकंन में वृद्धि हो सके तथा सरकारी विद्यालयों के प्रति अभिभावकों की सोच में बदलाव लाया जा सके। शिविर में दक्ष प्रशिक्षक रघुवीर प्रसाद शर्मा, रामरतन विजय, रईस अहमद, मुरलीधर शर्मा, अशोक कुमार, राधेश्याम वर्मा, रामअवतार बैरवा, नन्दकिशोर शर्मा द्वारा शिक्षकों को प्रशिक्षण देते हुए शिक्षण कार्य में अपनाई जाने वाली नवीन पद्धतियों व नवाचारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। शिविर में गणित, हिन्दी, अंग्रेजी व पर्यावरण विषय में कुल 16 4 शिक्षक हिस्सा ले रहे है। प्रथम दिन 152 शिक्षक उपस्थित रहे।
अग्रवाल समाज चौरासी की हुई बैठक
मालपुरा. अग्रवाल समाज चौरासी कार्यकारिणी की बैठक रविवार को अग्रवाल सेवा सदन डिग्गी में अग्रवाल समाज चौरासी अध्यक्ष हुकमचन्द जैन की अध्यक्षता में हुई। बैठक में कार्यकारिणी के सदस्यों को सम्बोधित करते हुए अध्यक्ष जैन ने कहा कि समाज के विकास व समाज की सेवा के लिए सभी सदस्यों को एकजुट होकर कार्य करना पड़ेगा। बैठक में पंचकल्याणक महोत्सव की समीक्षा की गई।
अग्रवाल समाज चौरासी ने सामाजिक कार्यक्रमों पर विचार-विमर्श किया गया। युवा परिषद् के अध्यक्ष विनोद नेवटा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में युवाओं की समाज के विकास में भागीदारी पर विचार-विमर्श कर युवा परिषद् के तत्वावधान में सामूहिक विवाह सम्मेलन करने आदि पर चर्चा की गई। बैठक में अग्रवाल समाज चौरासी के संरक्षक रामलाल सिंहल, महामंत्री त्रिलोक चन्द जैन, कोषाध्यक्ष गोविन्द जैन, महावीर प्रसाद जैन, रामपाल जैन, फागी ब्लॉक अध्यक्ष पवन जैन, आदि मौजूद थे।
नि:शुल्क कोचिंग शुरू होगी टोंक. बैरवा जागृति युवा महासभा की बैठक बैरवा धर्मशाला में प्रदेशाध्यक्ष धर्मराज बैरवा की अध्यक्षता में हुई। इसमे संस्था की ओर से नि:शुल्क कोचिंग शुरू करने का निर्णय किया गया। बैठक में मुकेश सांखला, पवन खरेड़ा, विनोद लाम्बा, हरिप्रकाश बैरवा, जितेन्द्र बैरवा, कैलाश आदि ने विचार व्यक्त किए।
शिक्षा से ही समाज का विकास सम्भव: टोडारायसिंह. जिला बैरवा महासभा शाखा टोडारायसिंह तहसील अध्यक्ष मूलचंद बैरवा की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें सामाजिक गतिविधियों पर चर्चा करते हुए बालिका शिक्षा पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि समाज का विकास जागरूकता व शिक्षा से ही संभव है। उन्होंने समाज में व्याप्त बुराईयों व कुरीतियों को दूर करने की आवश्यकता है। बैठक में संरक्षक भंवर लाल बैरवा, गोपाल बैरवा, गोवर्धन बैरवा, नानूलाल, शंकर लाल, रामकरण, रामनिवास व प्रहलाद बैरवा ने भी विचार व्यक्त किए।